सड़कों पर बेकाबू होकर दौड़ रहे हैं रेत से भरे टै्रक्टर, पुलिस और खनिज विभाग की आंखों के सामने चल रहा है गोरखधंधा
बड़वानी•Nov 04, 2018 / 10:35 am•
मनीष अरोड़ा
Transport of illegal sand is taking the lives of innocent people
बडवानी. अवैध रेत परिवहन कर रहे वाहन अब मासूमों की जानें लील रहे है। लोगों की घरों के चिराग बुझाने वाला ये धंधा बेखौफ होकर चल रहा है। इसके बाद भी न तो पुलिस और ना ही खनिज विभाग इस पर नकेल कसने में कारगर हो रहा है। हादसे होते है और कुछ दिनों बाद फिर से रेत खनन और परिवहन का ये धंधा बेधडक चालू हो जाता है। अवैध रेत से भरे इन वाहनों से जिनके घरों के चिराग बुझे हैं, वे सिर्फ आंसू ही बहाते रहते हैं। शुक्रवार को भी रेत से भरे एक टै्रक्टर ने एक स्कूली बच्चे को कूचल दिया, इसमें उसकी जान चली गई। इसके विरोध में राठौड़ समाज के लोगों ने शनिवार को कलेक्टोरेट पहुंच ज्ञापन भी दिया और कार्रवाई की मांग की।
खनिज विभाग पर लगाए सांठगांठ के आरोप
राठौड समाज के लोगों ने कलेक्टोरेट पहुंच रेत खनन कर रहे लोगों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। इन्होंने यहां पहुंच खजिन विभाग पर भी सांठगांठ के आरोप लगाए। इन्होंने बताया कि पाटी नाका, भवती रोड, रानीपुरा, हनुमान मंदिर चौराहे से टै्रक्टर तेज गति से गुजरते है। यहां घरों के बाहर बच्चे खेला करते हैं। उन बच्चों की जान पर भी खतरा बना हुआ है। समाजजनों ने बताया कि हम खुद पुलिस के साथ टै्रक्टर पकड़ाने को तैयार हैं। वहीं इन्होंने टै्रक्टर चालक को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है।
अलसुबह से चालू हो जाते हैं रेत से भरे वाहन
रेत परिवहन करने वाले ये टै्रक्टर अलसुबह से रेत डालने का काम करने लग जाते हैं। रेत को जल्द से जल्द ठिये पर फेंकने के लिए ये तेजी से टै्रक्टर भगाते हुए निकलते हैं। वाहन की तेज गति के कारण कई बार हादसे हो चुके हैं, लेकिन इन पर नकेल नहीं कसी जा रही है। अवैध रेत परिवहन को लेकर कई बार पुलिस की भूमिका भी संदेह के घेरे में रहती है। पुलिस पर भी कई आरोप लगते रहे हैं। वहीं खनिज विभाग स्टाफ की कमी का रोना रोकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेता है।
2 अक्टूबर को भी हुई भी मासूम की मौत
पिछले महीने 2 अक्टूबर को भी रेत से भरे टै्रक्टर ने जामदा-नंदगांव बसाहट में एक मासूम को कूचल दिया था। यहां बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई थी। बच्ची को कूचलने के बाद टैक्टर चालक यहां से फरार हो गया था। बसाहट निवासी शंभू कन्नौजे की डेढ़ वर्षीय बालिका शिवकन्या घर के सामने खेल रही थी। पास में रेत के ढेर से टै्रक्टर क्रमांक एमपी 11 एबी 7906 भरकर चालक ने तेजी से बढ़ाया। टै्रक्टर महज 5-7 फीट ही आगे बढ़ा और बालिका को चपेट में ले लिया। बालिका के सिर में गंभीर चोट लगने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई।