लंबे अंतराल के बाद स्कूल पहुंचे बच्चों के चेहरों पर खुशी नजर आई। सुबह निर्धारित समय पर स्कूल पहुंचे बच्चों के चेहरों पर मास्क लगे हुए थे। कोरोना गाइड लाइन की पालना करते हुए शाहपुरा ब्लॉक के सभी स्कूलों में विद्यालय प्रशासन की ओर से प्रवेश द्वार पर ही एक-एक बच्चे की स्क्रीनिंग करने और हाथ सैनेटाइजर करने के बाद अंदर प्रवेश दिया। इसके बाद विद्यार्थियों को सोशल डिस्टेंस की पालना के लिए प्रेरित करते हुए कक्षाओं में बिठाकर शिक्षण कार्य कराया गया।
स्कूलों में 10 माह बाद लगी कक्षाएं
कोरोना काल में स्कूलों में करीब 10 माह बाद विद्यार्थी पहुंचे और नियमित कक्षाएं लगीं। जिससे बच्चों में भी एक उत्साह नजर आया। निजी स्कूलों में भी बच्चे उत्साह से स्कूल पहुंचे और शिक्षण कार्य किया। उल्लेखनीय है कि मार्च माह में कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन लग गया था, तब से बच्चों के लिए स्कूल बंद थे। जिससे बच्चे भी घरों में कैद होकर रह गए थे। बच्चे भी काफी समय से वे स्कूल खुलने का इंतजार कर रहे थे।
पहले दिन में शिक्षकों ने कक्षाओं में बच्चों को सबसे पहले कोरोना गाइड लाइन की पालना का पाठ पठाया। शिक्षकों ने बच्चों को सरकारी गाइड लाइन की पालना करने, मास्क लगाकर रहने और स्कूल आने, एकत्रित नहीं होने, सोशल डिस्टेंस का पालन करने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद बच्चों को शिक्षण कार्य करवाया। कक्षाओं में भी बच्चे उचित दूरी बनाकर बैठे नजर आए।
इधर, पहले दिन स्कूलों में कोरोन गाइड लाइन की पालना को लेकर उपखंड अधिकारी शाहपुरा मनमोहन मीणा और सीबीईओ ैगैंदालाल रैगर ने कई स्कूलों का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। एसडीएम ने अधिक संख्या होने पर बच्चों को बाहर परिसर में बिठाने या फिर एक दिन 50 फीसदी और शेष बच्चे दूसरे दिन बुलाने के निर्देश दिए।