बस्सी

2013 के बाद से नहीं बदला यहां थानाधिकारी का नाम

बीट पट्टिकाएं कर रही भ्रमित, आठ थानाधिकारी का स्थानान्तरण होने के बाद भी पुराने थानाधिकारी का नाम अब भी चल रहा है

बस्सीDec 02, 2020 / 12:02 am

Gourishankar Jodha

2013 के बाद से नहीं बदला यहां थानाधिकारी का नाम

रेनवाल मांजी। अपराधों पर अंकुश लगाने एवं जनता में पुलिस के प्रति विश्वास पैदा करने के मकसद से कुछ साल पहले शुरू की गई पुलिस बीट प्रणाली रेनवाल मांजी में दम तोड़ती हुई नजर आ रही हैं। रेनवाल मांजी में लिखी पुलिस बीट पट्टिका पर अब भी मोहन मीणा का नाम थानाधिकारी के रूप में अंकित हैं। जबकि थानाधिकारी मीणा का स्थानांतरण करीबन चार साल पूर्व में ही हो चुका हैं।
जानकारी के अनुसार वर्ष2013 में मोहन मीणा फागी थानाधिकारी नियुक्त हुए थे, उनका तबादला होने के बाद विरेन्द्रसिंह राठौड़ एवं इनके बाद अमीर हसन थानाधिकारी आए और इनके बाद गणपतराम चौधरी का भी तबादला होने पर शीशराम मीणा, ज्ञानेद्रसिंह, भंवरलाल वैष्णव आए और इनका भी तबादला हो गया। वर्तमान में रामधन साडिंवाल फागी थानाधिकारी हैं। जबकि बीट पट्टिका पर पुराने थानाधिकारी का ही नाम लिखा हुआ हैं। इससे लोग भ्रमित होते हैं।
ग्रामीण होते परेशान
ग्रामीणों की ओर से रेनवाल मांजी क्षेत्र में रात के समय चोरी होने या कोई घटना होने पर पुलिस को सूचना देने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं। कस्बे में यहां है पट्टिकाएं रैगरों के नाडा, मोहब्बतपुरा गढ के पास, सरकारी स्कूल के पास, गोहन्दी गांव आदि जगह पर पुलिस की बीट पट्टिकाएं लिखी हुई हैं। ग्रामीणों के पुलिस प्रशासन को अवगत करवाने के बाद भी बीट पट्टिकाओं पर नए अधिकारियों के नाम नहीं लिखवाने से ग्रामीणों की समस्या पिछले तीन साल से जस की तस बनी हुई हैं। इस बारे में फागी थानाधिकारी रामधन साडिंवाल ने बताया कि थाने में पूरा स्टाफ लगाने व चुनाव होने के बाद बीट पट्टिकाओं के नाम व मोबाइल नम्बर सही करवा दिया जाएगा।
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