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सोशल मीडिया के खतरों से बचने के लिए जागरूक रहना सबसे ज्यादा जरूरी : अजित गुणवंत पारसे

locationबस्सीPublished: Jan 18, 2022 11:19:57 pm

Submitted by:

Gaurav Mayank

साइबर धोखाधड़ी (cyber fraud) ने आपके निजी सिस्टम तक पहुंच बनाने के लिए नए और आसान तरीके ढूंढ निकाले हैं। इंटरनेट ऑफ थिंग्स की वजह से यह काम अब पहले की तुलना में आसान हो गया है।

सोशल मीडिया के खतरों से बचने के लिए जागरूक रहना सबसे ज्यादा जरूरी : अजित गुणवंत पारसे

सोशल मीडिया के खतरों से बचने के लिए जागरूक रहना सबसे ज्यादा जरूरी : अजित गुणवंत पारसे

जयपुर। नागपुर में जन्मे और पले-बढ़े सोशल मीडिया विशेषज्ञ (social media specialist) अजित गुणवंत पारसे (Ajit Gunwant Parse) के पास लोगों से साझा करने के लिए हमेशा कुछ न कुछ नया और मूल्यवान टॉपिक होता है। वह सोशल मीडिया से संबंधित विषयों पर हमेशा अपडेट रहते हैं। सोशल मीडिया विशेषज्ञ (social media specialist) की तरह वह इस क्षेत्र से जुड़ी हर जानकारी अंगुलियों पर गिना देते हैं। इसके अलावा सोशल मीडिया के संभावित खतरों को लेकर भी वह युवाओं को नियमित रूप से जागरूक करते हैं।
हैकिंग और धोखाधड़ी पहले से ज्यादा आसान
अजीत गुणवंत (Ajit Gunwant Parse) का कहना है कि “हैकिंग” और “साइबर धोखाधड़ी” जैसे शब्द हमारे शब्दकोश में भले ही नए हैं, लेकिन उनका तेजी से विस्तार चौंकाने वाला है। पहले धोखाधड़ी के ज्यादातर मामले टेलीफोन पर होते थे। अब ऐसे अपराधों के क्षेत्र में इंटरनेट ने नए आयाम जोड़ दिए हैं। अजीत गुणवंत पारसे (Ajit Gunwant Parse) का कहना है कि साइबर धोखाधड़ी (cyber fraud) ने आपके निजी सिस्टम तक पहुंच बनाने के लिए नए और आसान तरीके ढूंढ निकाले हैं। इंटरनेट ऑफ थिंग्स की वजह से यह काम अब पहले की तुलना में आसान हो गया है। पारसे के मुताबिक इंटरनेट से जुड़े किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को आसानी से टैप या हैक किया जा सकता है।
हमेशा इस बात का रखें ख्याल
हाल के वर्षों में ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनसे यह पता चला है कि हैकर्स (Hackers) आसानी से आपके मोबाइल फोन में सेंध लगाकर जानकारी दिए बिना आपके कैमरे को चालू कर देते हैं। ऐसा कमजोर पासवर्ड और सुरक्षा सेटिंग्स की वजह से होता है। कमजोर पासवर्ड और सेटिंग्स होने का लाभ उठाकर हैकर्स वेब पर आपकी व्यक्तिगत जानकारी तक पहुंच बनाते हैं और उसका इस्तेमाल आपको ब्लैकमेल करने के लिए करते हैं। ताकि वो अपसे पैसा वसूल सकें। कोरोना महामारी और अर्थव्यवस्था में व्याप्त वित्तीय संकट के दौर में इस तरह की घटनाओं में तेजी से इजाफा हुआ है।
खतरों के प्रति सतर्क रहना भी जरूरी

संकट के इस दौर में हैकर्स ने आसानी से लोगों की निजी बातचीत तक पहुंचने का रास्ता ढूंढ निकाला है। चिंता की बात यह है कि वो इस तरह की जानकारियों का इस्तेमाल अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए करने लगे हैं। ऐसा इसलिए हो पा रहा है कि सोशल मीडिया यूजर (Social Media User) होने के बावजूद हम लोग उसके दुष्परिणामों को लेकर पूरी तरह से जागरूक नहीं हैं। उन्होंने बताया कि अगर आप सोशल मीडिया यूजर्स हैं और इंटरनेट के जरिए अपना काम करते हैं तो आपको इसके खतरों के प्रति सतर्क रहना भी जरूरी है। जागरूक रहने पर ही आप सोशल मीडिया के खतरों (dangers of social media) का सामना कर पाएंगे।
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