सूचना पर थाना प्रभारी नरेंद्र कुमार, उप निरीक्षक रविंद्र कुमार ने बैंक के सीसीटीवी खंगाले तो उसमें एक बालक मुनीम के साथ खड़ा दिखाई दे रहा है। बालक कैमरे की नजर से बचने के लिए बैंक में दीवार के सहारे दरवाजे के कोने से अंदर घुस रहा है और मुनीम के पास कुछ देर खड़ा रहने के बाद बैग पर चीरा लगा कर रुपए जेब में रखते हुए और वहां से भागता दिखाई दे रहा है। पीछे उसके दो साथी भी जाते हुए दिखाई दे रहे हैं।
गार्ड सर्तक नहीं
बैंक की यह शाखा यहां की चेस्ट ब्रांच है। संदिग्ध बालक के तेजी से बाहर निकलने के दौरान गार्ड के दरवाजे पर आराम से बैठे होने के फुटेज नजर आ रहे हैं। उसने भागते हुए बालक को रोकने की कोई कोशिश नहीं की। तीनों बालक के बैंक परिसर में घूमने के दौरान भी गार्ड की सर्तकता नजर नहीं आई। चेस्ट ब्रांच होने के बावजूद कैमरों की गुणवत्ता ठीक नहीं है। फुटेज में कोई भी फोटो नजर नहीं आ रही है। थाना प्रभारी ने बैंक शाखा प्रबंधक को इन कैमरों को बदलने को कहा।
इससे पहले इस बैंक में बैग से रुपए पार करने की वारदात हो चुकी है। फुटेज में बालकों का हाथ होने की बात सामने आई थी। इसके अलावा एलआईसी की शाखा में भी बैग पार करने के मामले में दो बालक बैग उठाते हुए नजर आए थे। बालकों के बारे में माना जा रहा है कि यह सांसी गिरोह के बालक है। यह गिरोह के बालक मध्यप्रदेश के मंदसौर नीमच की तरफ से आते हैं और वारदात करने के बाद यहां से पार हो जाते है। (नि.सं.)
बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरों में आए फुटेज में चेहरे स्पष्ट नहीं आने से पहचान में दिक्कत हो रही है। फुटेज निकलवा कर विशेषज्ञों की सहायता से इनकी पहचान की जाएगी। बैंक के शाखा प्रबंधकों को सुरक्षा प्रबंध पुख्ता करने व गार्डों को सतर्क रह कर संदिग्ध बालकों को नजर रखने को कहा गया है।
नरेन्द्र कुमार, थाना प्रभारी, कोटपूतली
https://m.patrika.com/bassi-news/one-accused-in-police-case-involved-in-crude-oil-theft-case-5214164/
फुटेज को स्पष्ट देखने के लिए मुख्यालय से तकनीकी टीम ने आकर जांच की है। यदि कैमरों में कमी पाई गई तो टीम की रिपोर्ट के आधार पर इनको बदला जाएगा। बैंक में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत किया जाएगा।
जितेन्द्र सिंह शेखावत, शाखा प्रबंधक, एसबीआई कोटपूतली