यहां शाहपुरा कस्बे में अधिकांश मैरिज गार्डन मुख्य कस्बे में है। यहां शादियों का सीजन होने से देर रात तक डीजे बजते रहते है। ऐसे में आसपास रहने वाले विद्यार्थियों को पढ़ाई करने में जहां परेशानी आ रही है। वहीं डीजे की तेज आवाज बीमारियां भी बांट रही है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद रात १० बजे बाद न तो डीजे साउंड पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है और ना ही स्पीकर बंद करवाए जा रहे है। गार्डन व बारात में बजाने वाले तेज आवाज के डीजे साउंड व लाउड स्पीकर की आवाज बच्चों की पढाई में खलल पैदा कर रही है। हालात इतने बदतर हैं कि मैरिज हो सगाई या अन्य कार्यक्रम, गार्डन के आसपास रहने वाले विद्यार्थी तेज धमक व आवाज की वजह से रातभर पढना तो छोडिए पूरी नींद भी नहीं ले पाते। क्षेत्र में शाहपुरा के अलावा कोटपूतली, विराटनगर, पावटा, मनेाहरपुर सहित सभी कस्बों में यहीं हाल है।
शिकायत करने में आड़े आ रहे संबंध
जानकारी के अनुसार लोगों की मजबूरी यह भी है कि आपसी संबंध व खुशियों में खलल न पड़े, इसलिए कोई शिकायत भी नहीं करता। डीजे का तेज शोर ध्वनि प्रदूषण में आता है। इसके साथ सड़क पर रोजाना ट्रैफिक जाम के हालात बन रहे हैं। हैरान करने वाली बात है कि 10वीं एवं 12वीं बोर्ड की वार्षिक परीक्षाएं नजदीक है। बावजूद इसके पुलिस प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं रहा है।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश
रात 10 बजे के बाद न बजे डीजेसुप्रीम कोर्ट ने रात 10 बजे बाद डीजे बजाने पर रोक लगाई हुई है। इसके बाद भी कस्बा सहित आसपास के क्षेत्र में रातभर तेज ध्वनी में डीजे की आवाज सुनाई देती है। पुलिस-प्रशासन की बैठकों में जरूर तेज बजने वाले डीजे पर कार्रवाई करने की हर बार बात उठती है, लेकिन कोई भी जिम्मेदार इस पर कार्रवाई करने को तैयार नहीं है।
तेज आवाज से बढ़ रही बीमारियां
डीजे की तेज आवाज से हायपर टेंशन, उच्च रक्तचाप, माइग्रेन, अनिद्रा, बहरापन, चिड़चिड़ापन जैसी बीमारियों का भी खतरा रहता है। इसके बाद भी पुलिस प्रशासन इन तेज बजने वाले डीजे पर रोक नहीं लगा पा रहा है। इसके अलावा कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं बोर्ड के एग्जाम जल्द ही शुरू होने वाले हैं। ऐसे में बच्चों की पढाई प्रभावित हो रही है।
इनका कहना है-तेज आवाज में डीजे बजाने वालों पर कार्रवाई की जाती है। देर रात तक डीजे बजने की निगरानी रखी जाएगी। —-जगदीश सैन, सहायक उपनिरीक्षक, थाना शाहपुरा