प्रोफेसर ने लिखित माफीनामा में भी लिखा कि संत नारायण महाराज की महिमा अप्रतिम है। सोशल मीडिया पर जारी हुए वक्तव्य से महाराज श्री के भक्तों की भावना आहत हुई है। भक्तों से प्रतिज्ञा पूर्वक विनम्रता के साथ क्षमा याचना करता हूं।
इन पर भी सहमति ज्योतिषाचार्य निमेश पंड्या, रामेश्वर ताखर व मुकेश कुमार सूद ने बताया कि संस्कृत विश्वविद्यालय में निर्माणाधीन योग भवन का नाम श्री नारायण दास योग भवन रखे जाने, नारायणदास की मूर्ति की स्थापना करने, महाराज श्री के जन्म दिवस को संस्थापक दिवस के रूप में मनाने, विश्वविद्यालय के संस्थापक महाराज श्री की स्मृति को चिरस्थाई बनाए रखने के लिए विश्वविद्यालय में कार्यशाला में विभिन्न गतिविधियां आयोजित करने का भी निर्णय किया।
शाहपुरा—विराटनगर सहित कई कस्बों में रहे थे बाजार बंद उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों सोशल मीडिया पर एक ऑडियो वायरल हुआ था। जिसमें त्रिवेणीधाम के संत नारायणदास महाराज के लिए अशेाभनीय वक्तव्य थे। इस मामले में संस्कृत विवि के प्रोफेसर कौशलेन्द्र दास का नाम सामने आने पर भक्तों ने उसे विवि से हटाने और कानूनी कार्रवाई करने की मांग की थी। शाहपुरा व विराटनगर विधायक भी कार्रवाई की मांग को लेकर राज्यपाल से मिले थे। इसके बाद अब प्रोफेसर ने माफी मांग ली है। त्रिवेणी के संत रामरिछपाल दास ने इसकी पुष्टि की है।