पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता अनिल मीणा ने बताया कि नीमकाथाना बायपास की दूरी 15 किलोमीटर होगी। यह पनियाला अम्बाला से जुड़ेगा। बायपास में डबल लेन की 7 मीटर चौड़ी सड़कों का निर्माण कराया जाएगा। पानी भराव वाले स्थानों पर सीमेन्टेड सड़क का निर्माण होगा। बायपास के लिए ऐसे मार्ग को चुना है, जिसमें नाले व पहाड़ कम है, ऐसे में निर्माण में लागत कम आएगी। बायपास नीमकाथाना मार्ग पर नारहेड़ा के पास नवलकुशालपुरा से शुरू होगा और 10 गांवों से होते हुए पनियाला अम्बाला नए हाईवे से जुड़ेगा।
बायपास सड़क निर्माण के लिए नारहेड़ा में 14.20, खेड़ा निहालपुरा 9.82, पूरणनगर 4.90, नौरंगपुरा 6.37, गोपालपुरा 8.56, जयसिंहपुर 2.17, बनका 4.35, करवास 5.18, खेडक़ी मुक्कड़ 8.69 व कालूहेड़ा ग्राम की 0.70 हैक्टेयर भूमि अवाप्ति होगी। भूमि अवाप्ति के लिए खसरा प्लान व ड्राफ्ट सहित प्रस्ताव जिला कलक्टर को भेजे है। भूमि अवाप्ति के बदले किसानों को जमीन का मुआवजा दिया है।
जयपुर दिल्ली राजमार्ग पर पनियाला मोड़ से पहले ही तीन हाईवे जुड़े हुए है। नीमकाथाना बायपास भी पनियाला थाने के पास से निकलकर पनियाला मोड़ पर अम्बाला स्टेट हाईवे से जुड़ेगा। पनियाला मोड़ अम्बाला स्टेट हाईवे के अलावा जयपुर दिल्ली राजमार्ग से जुड़ा हुआ है और अब बड़ौदामेव अलवर हाईवे के अलावा नीमकाथाना बायपास से भी जुड़ेगा।
नीमकाथाना बायपास के निर्माण से सड़क हादसों में कमी आएगी। इसके नहीं होने से ओवरलोड वाहन नारहेड़ा व सरूण्ड में भीड़भाड़ वाले स्थानों से गुजरते है। इससे इन गांवों में हादसों की आशंका रहती है। नारेहड़ा से पहले इसके शुरू होने से भारी वाहन गांवों से होकर नहीं गुजरेंगे। (निसं)
नीमकाथाना बायपास का निर्माण होने से कस्बे में जाम की समस्या से छुटकारा मिलेगा और हादसों में कमी आएगी। इसका निर्माण कार्य मार्च 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है।
अनिल मीणा, एईएन पीडब्ल्यूडी कोटपूतली