निरीक्षण के दौरान जब महिला डेस्क पर कोई भी महिला कर्मचारी नहीं मिली तो डीजीपी ने नाराजगी जताई। सामोद थानाधिकारी भी निरीक्षण के दौरान थाने में नहीं थे। वे किसी मामले की जांच में बाहर गए हुए थे। सूचना मिलते ही थानाधिकारी थाने पहुंचे।
डीजीपी ने हवालात में बंद एक आरोपी से भी पूछताछ की। साथ ही थाने में दर्ज लंबित मामलों की जानकारी लेकर निस्तारण के आदेश दिए। थाना इलाके के हिस्ट्रीशीटर्स की सूची मांगी। सक्रिय गैंग एवं बदमाशों के खिलाफ योजनाबद्ध कार्रवाही के निर्देश दिए।
डीजीपी ने थाने की साफ-सफाई,फाइलों की सुरक्षा, hathyar हथियारों की जांच के साथ ही पुलिसकर्मियों की वर्दी तक जांची। करीब आधा घंटे तक डीजीपी थाने में रूके। उनके जाने के बाद पुलिसकर्मियों ने राहत की सांस ली।