मुख्य अतिथि चेयरमैन रजनी पारीक ने सृजनात्मक प्रतिभा से छात्राओं को अवगत कराया। विशिष्ट अतिथि पार्षद किरण शर्मा ने हिन्दी भाषा के शुद्ध लिखने व बोलने के लिए लेखन के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के कई संकाय सदस्य, अखिल भारतीय साहित्य परिषद के सदस्य व छात्राएं मौजूद थी। साहित्यकार कमलकान्त शर्मा ने भी हिन्दी भाषा की विशेषताएं बताई। कार्यक्रम का संचालन हिन्दी विभाग की सह आचार्य डॉ. आभा जैन ने किया। इस मौके पर मेल नर्स कैलाश शर्मा समेत कई लोग मौजूद थे।
हिन्दी दिवस पर कॉलेज की 34 छात्राएं पुरस्कृत कॉलेज में परिषद की ओर से आयोजित निबंध, संस्मरण व कहानी लेखन प्रतियोगिता में भाग लेने वाली 34 छात्राओं को हिन्दी दिवस पर प्रमाणपत्र व साहित्यिक कृति देकर पुरस्कृत भी किया गया।
चिमनपुरा के कला कॉलेज में हुई विभिन्न प्रतियोगिताएं चिमनपुरा के बीएनडी राजकीय कला महाविद्यालय में प्राचार्य डॉ. कान्ता कामरा की अध्यक्षता एवं हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. बीएल महावर के निर्देशन में विविध प्रतियोगिताएं आयोजित हुई। सह आचार्य हिन्दी डॉ. कुन्दो रानी डे ने हिन्दी भाषा की व्युत्पत्ति, राष्ट्रभाषा एवं हिन्दी दिवस का महत्व तथा हिन्दी की व्यावहारिकता को स्पष्ट करते हुए छात्र-छात्राओं को उद्बोधन दिया। उन्होंने हिन्दी भाषा का अधिक से अधिक प्रयोग कर दिल से अपनाने की बात कही। प्राचार्य ने बताया कि कॉलेज में आयोजित काव्यपाठ प्रतियोगिता में विक्रम कपूरिया प्रथम, सरोज गुर्जर द्वितीय स्थान पर रहे। आशु भाषण में विक्रम कपूरिया प्रथम और महिमा सैनी द्वितीय, निबंध में अनिल कुमार यादव प्रथम और मनीष कुमार यादव दूसरे स्थान पर रहे।
राष्ट्र का गौरव है हिन्दी कस्बे में राजस्थान ग्रामोत्थान एवं संस्कृत अनुसंधान संस्थान शाहपुरा की ओर से संस्थान निदेशक व साहित्यकार डॉ. शंकरलाल शास्त्री की अध्यक्षता में हिन्दी दिवस पर हिन्दी की दशा एवं दिशा विषय पर व्याख्यान कार्यक्रम हुआ। इस दौरान डॉ. शास्त्री ने कहा कि भारत के संविधान में हिन्दी को राजभाषा का दर्जा प्राप्त है। आज फिल्मी व मीडिया जगत में हिन्दी सर्वोत्तम भाषा सिद्ध होती जा रही है। संचार क्रांति में भी हिन्दी का नवयुग सा आ रहा है। उन्होंने कहा कि हिन्दी भाषा आज विदेशों में भी बोली व समझी जाती है, लेकिन दुभाग्य है कि आज हिन्दी को जो स्थान मिलना चाहिए, वह नहीं मिल पाया। इस मौके पर कई लोगों ने विचार रखे।