इस तरह किया है गठन यूथ एवं इको क्लब के प्रभारी संस्था प्रधान रहेंगे। इसमें कक्षा एक से आठ तक तथा कक्षा 9 से 12 तक अलग-अलग पांच-पांच सदन बनाए गए हैं। संस्था प्रधान की ओर से हर सदन का प्रभार प्रत्येक शिक्षक को दिया है।
क्लब का पर्यावरण पर रहेगा फोकस जानकारी के मुताबिक स्कूल में गठित किए यूथ एंड ईको क्लब का पर्यावरण पर विशेष ध्यान रहेगा। यूथ क्लब की ओर से खेल व शारीरिक गतिविधियों का आयोजन भी करवाया जाएगा। इसमें योग, ड्रामा, वाद-विवाद, संगीत, कला, सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन होगा। साथ ही बच्चों को स्कूल में पेड़-पौधों की देखरेख करना, अधिक से अधिक पौधे लगाकर बड़ा करना, पेड़ों का डाटा तैयार करना, कैंपस को प्लास्टिक फ्री बनाना, क्लास रूम को हवादार बनाना, नुक्कड़ नाटक के जरिए पेड़ लगाना, पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करना होगा।
यह होगा लाभ सीबीईओ ने बताया कि स्कूल के बच्चों के जरिए इस कार्य को करवाने के पीछे यूथ को प्रकृति से जोडऩा है। बच्चों द्वारा न केवल स्कूल के प्रांगण में पौधे लगाने के प्रति रुझान होगा, साथ ही अपने-अपने घरों में भी वे पेड़-पौधे लगाएंगे। पर्यावरण को स्वच्छ व शुद्ध बनाने में बच्चों की अहम भूमिका होगी। साथ ही इस नवाचार से बच्चों में जीवन जीने का कौशल, आत्म सम्मान, भय व संकोच के साथ मनोविकार दूर होंगे।
कमेटी करेगी विजिट मानदंड पर खरे उतरने पर सरकार की तरफ से गठित कमेटी स्कूल में आकर निरीक्षण करेगी। इसके बाद स्कूल को बोने वाली ग्रीन रैंकिंग में अपना रजिस्ट्रेशन करवाने का मौका मिलेगा। इसके लिए ग्रीन रैंकिंग के सभी नियमों व शर्तों पर खरा उतरना अनिवार्य है।
शाहपुरा ब्लॉक एक नजर में प्राथमिक स्तर के स्कूल–46
उच्च प्राथमिक स्तर के स्कूल–64
माध्यमिक स्तर के स्कूल–11
उच्च माध्यमिक स्तर के स्कूल–40
संस्कृत शिक्षा के स्कूल— 32 इनका कहना है- सरकार के शिक्षा में नवाचार के तहत ब्लॉक के सभी स्कूलों में यूथ एंड ईको क्लब का गठन किया गया है। जिसका विशेष रुप से पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान रहेगा।
गैंदालाल रैगर, सीबीईओ, शाहपुरा