ऐसा ही एक मामला विधुत निगम के कुंडा की ढाणी आमेर सहायक अभियंता कार्यालय अधीनस्थ अचरोल का सामने आया है। जहां उपभोक्ता को 44 यूनिट उपभोग करने पर डेढ़ लाख का बिजली बिल जारी कर दिया। जिसे देखकर उपभोक्ता के होश उड़ गए। वह बिल में सुधार के लिए दफ्तर के चक्कर लगा रहा है। लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है।
जानकारी के अनुसार अचरोल निवासी मूलचन्द पुत्र छोटूराम रैगर के विधुत निगम ने घरेलू कनेक्शन का 1 लाख 47 हजार 817 रुपए का बिल जारी कर दिया। जबकि उपभोग में 44 यूनिट उपभोग लिख रहा है। पीड़ित ने बताया कि वह चार दिन से बिल को सही करवाने के लिए निगम कार्यालय के चक्कर लगाकर थक तक चुका है।
वहां अधिकारी व कर्मचारी आजकल में आने की बात कह टरका रहे है। निगम की ओर से की गई गलती से उपभोक्ता परेशान है। मामले को लेकर सहायक अभियंता वीएस यादव ने बताया कि गलत फीडिंग की वजह से परेशानी हो गई थी। इसे सही करवा दिया है। हालांकि ऐसा पहली बार किसी उपभोक्ता के साथ नहीं हुआ है, बल्कि दर्जनों उपभोक्ताओं के घरेलू कनेक्शनों का बिल निगमकर्मियों की लापरवाही से गलत जारी कर दिया जाता है। जिससे उपभोक्ता को परेशानी का सामना करना पड़ता है।