वहीं कई विधालयों में चावल बीत जाने से विधालय प्रशासन विधार्थियों को मीनू के हिसाब से पोषाहार नहीं खिला पा रहे थे। इसे लेकर राजस्थान पत्रिका की बेवसाइट पर ‘मिड-डे-मील: रोटी-चावल का स्वाद भूले विधार्थी, कहीं डेढ़ माह से गेहूं नहीं तो कहीं नहीं हो रही चावल की सप्लाई’ समाचार प्रसारित कर विधार्थियों की परेशानी एवं अधिकारियों की लापरवाही को उजागर किया था। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और आनन-फानन में गेहूं की सप्लाई करवाई गई।
अब सिर्फ चावल का इंतजार
राजस्थान पत्रिका की बेवसाइट पर समाचार प्रसारित होने के बाद विभागीय अधिकारियों ने आनन-फानन में पोषाहार प्रभारियों से रिपोर्ट लेकर गेहूं की सप्लाई तो करा दी, लेकिन कई विधालयों में पोषाहार में मंगलवार व गुरुवार को मिलने वाले चावल का इंतजार है। टोडालडी के राउप्रावि व धलेर की राप्रावि में अध्ययनरत विधार्थियों को अब भी चावल का इंतजार है।
इनका कहना है…
पोषाहार की सप्लाई के मामले में विभागीय अधिकारियों को अवगत करवाया गया है। पोषाहार के गेहूं की सप्लाई तो करा दी, लेकिन चावल नहीं आने से परेशानी बनी हुई है। इसके लिए लगातार एफसीआई व विभागीय अधिकारियों से सम्पर्क कर रहे हैं।
मुकेश खाण्डल, ब्लॉक प्रभारी, मिड डे मील जमवारामगढ़