यह है खाने का मैन्यू
खाने में सौ ग्राम दाल, सौ ग्राम सब्जी, ढाई सौ ग्राम चपाती व अचार दिया जाएगा। टेबिल पर बैठाकर पंखे की हवा में खाना खिलाया जाएगा। वही शुद्ध्र पीने का पानी दिया जाएगा। सोशल डिस्टेङ्क्षसग की पालना की जाएगी वही सेनेटाइज की भी व्यवस्था की गई है। अभी सुबह डेढ़ सौ तथा शाम को भी डेढ़ सौ लोगों के यानी एक दिन में तीन सौ लोगों के खानें की व्यवस्था की गई है। सप्ताहभर के खाने के मैन्यू के लिए स्थानीय स्त्तर पर पालिका के द्वारा शीघ्र ही एक कमेटी का गठन कर स्वाद अनुसार खाने का मैन्यू तय किया जाएगा। वही जर्जरवास्था में पडे सामूदायिक भवन की भी इसके साथ ही कायाकल्प हो गई है।
खाने में सौ ग्राम दाल, सौ ग्राम सब्जी, ढाई सौ ग्राम चपाती व अचार दिया जाएगा। टेबिल पर बैठाकर पंखे की हवा में खाना खिलाया जाएगा। वही शुद्ध्र पीने का पानी दिया जाएगा। सोशल डिस्टेङ्क्षसग की पालना की जाएगी वही सेनेटाइज की भी व्यवस्था की गई है। अभी सुबह डेढ़ सौ तथा शाम को भी डेढ़ सौ लोगों के यानी एक दिन में तीन सौ लोगों के खानें की व्यवस्था की गई है। सप्ताहभर के खाने के मैन्यू के लिए स्थानीय स्त्तर पर पालिका के द्वारा शीघ्र ही एक कमेटी का गठन कर स्वाद अनुसार खाने का मैन्यू तय किया जाएगा। वही जर्जरवास्था में पडे सामूदायिक भवन की भी इसके साथ ही कायाकल्प हो गई है।
दानदाता भी खिला सकता है खाना
दानदाता-भामाशाह भी अपने परिजनों की वर्षगाठ जन्मदिन या अन्य किसी कार्यक्रम पर सुबह या शाम दोनों समय का भोजन को निर्धनोंं को खिलाने के लिए प्रायोजित कर सकते है, जिसकी लागत 20 रू के हिसाब से दोनों समय के तीन सौ लोगों के लिए 6 हजार का भुगतान हो सकेगा। इस दौरान पालिका अधिशाषी अधिकारी अजय कुमार अरोड़ा ने मिडियाकर्मियों के साथ बैठकर भोजन का स्वाद चखा। इस दौरान सहायक अभियन्ता सत्यनारायण वर्मा, कनिष्ठ अभियन्ता नवीन जॉगिड़ आदि उपस्थित थे।
दानदाता-भामाशाह भी अपने परिजनों की वर्षगाठ जन्मदिन या अन्य किसी कार्यक्रम पर सुबह या शाम दोनों समय का भोजन को निर्धनोंं को खिलाने के लिए प्रायोजित कर सकते है, जिसकी लागत 20 रू के हिसाब से दोनों समय के तीन सौ लोगों के लिए 6 हजार का भुगतान हो सकेगा। इस दौरान पालिका अधिशाषी अधिकारी अजय कुमार अरोड़ा ने मिडियाकर्मियों के साथ बैठकर भोजन का स्वाद चखा। इस दौरान सहायक अभियन्ता सत्यनारायण वर्मा, कनिष्ठ अभियन्ता नवीन जॉगिड़ आदि उपस्थित थे।