कई स्कूलों में बालिकाओं ने शिक्षण कार्य भी कराया। शाहपुरा के ग्राम देवन के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में बालिका दिवस पर बालिका मनीषा जाट को एक दिन के लिए प्रिंसिपल बनाया गया। इस दौरान एक दिन की संस्थान प्रधान बनी मनीषा सहित अन्य बालिकाओं ने ही विद्यालय का संचालन किया। इस दौरान आयोजित कार्यक्रम में शिक्षकों ने विद्यालय के छात्र-छात्राओं को बालिका दिवस के बारे में बताया। संस्था प्रधान भागीरथमल गुर्जर ने बालिका शिक्षा, बेटी पढाओ बेटी बचाओ का संदेश दिया। छात्र-छात्राओं ने भी बालिका दिवस पर विचार व्यक्त किए।
चिमनपुरा में बालिकाओं ने कराया शिक्षण कार्यग्राम चिमनपुरा के बाबा श्री नारायण दास राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में बालिका दिवस मनाया गया। इस दौरान कक्षा 12 की बालिका रिंकू यादव ने संस्था प्रधान के रूप में अपनी भूमिका निभाई। इसके अलावा कई छात्राओं ने शिक्षक के रूप में कक्षाओं में शिक्षण कार्य भी कराया।
इसके अतिरिक्त महिला रोल मॉडल के रूप में व्याख्यान, कविता, काव्य पाठ आदि का भी आयोजन किया गया। जिसमें सभी कक्षाओं की छात्राओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन कक्षा 11 की दीपिका ने किया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य काशी प्रसाद शर्मा, व्याख्याता शिवकुमार शर्मा, राम सिंह गुर्जर, जय राम जाट, अनिता बराला, सुशीला, देवेंद्र ने संबोधित करते हुए बालिकाओं एवं महिलाओं का सम्मान करने, समाज में उनकी अधिकतम हिस्सेदारी बढ़ाने व बालिका शिक्षा पर जोर दिया।
तकनीकी कौशलों से युक्त शिक्षा छात्रों के चहुंमुखी विकास के लिए आवश्यक चिमनपुरा के बाबा भगवानदास राजकीय महाविद्यालय के शिक्षा संकाय में संचालित दो दिवसीय संगोष्ठी के दूसरे दिन चार तकनीकी सत्रों का आयोजन किया गया। प्रथम तकनीकी सत्र की अध्यक्षता बीएड सकायं के प्रभारी डॉ. अनिल कुमार उपाध्याय ने की। उन्होंने शिक्षा के तकनीकीकरण की आवश्यकता को व्यक्त किया।
डॉ. अनिल कुमार उपाध्याय ने बताया कि तकनीकी कौशलों से युक्त शिक्षा छात्रों के चहुंमुखी विकास के लिए आवश्यक है। सरकार भी शिक्षा की विभिन्न स्तरों पर व्यवस्था कर रही है। द्वितीय, तृतीय व चतुर्थ का आयोजन महाविद्यालय के कृषि विभाग के प्रो. डॉ. डीके सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। सभी सत्रों में करीब 36 विद्यार्थियों ने पेपर प्रस्तुत किए। तकनीकी सत्रों का संचालन शिक्षा संकाय में अध्ययनरत आशीष खाण्डल ने किया।