घर की छतों से रहते निहारते गांव में बघेरे के आतंक से ग्रामीण सांझ ढलते ही घरों में कैद हो जाते हैं। वहीं किसानों ने तो खेतों में जाना तक बंद कर दिया है। इधर, शनिवार दोपहर बाद बाजरे के खेत में अचानक बघेरा दिखने से हडकंप मच गया। ग्रामीण मकान की छत पर जाकर इधर-उधर बाजरे के खेत में तलाश करने लगे, लेकिन बाजरा बड़ा होने से बघेरा ओझल हो गया। सूचना पर शनिवार शाम को वन विभाग की टीम रेस्क्यू के लिए मौके पर पहुंची। वार्डपंच शिवकुमार, अशोक शर्मा सहित ग्रामीणों ने बघेरे को पकडऩे की मांग की है। (निसं.)
तीन मवेशियों को बनाया शिकार गौरतलब है कि बामणवास गांव में बघेरे ने पिछले सात दिन में मुकेश व विनोद शर्मा की गाय, बकरी व एक बछड़ी को शिकार बना डाला। ऐसे में पीडि़त परिवार के लोगों को बघेरे के हमले का डर सता रहा है। ग्रामीण दिन-रात पशुओं के पास लाठियां लेकर बैठे रहते हैं।
इनका कहना है बघेरे को पकडऩे के लिए रेस्क्यू टीम को भिजवा दिया है। बघेरे को पकडऩे का पूरा प्रयास का रहे हैं। नरेश शर्मा, डीएफओ, जयपुर