ऐसे में चार कांस्टेबलों को राष्ट्रीय राजमार्ग पर लुनेठा गांव की सीमा में बस्ती में चल रहे देह व्यापार का भंडाफोड़ करने के लिए बोगस ग्राहक बनाकर भेजा। बोगस ग्राहकों के इशारा मिलते ही तीन थानों की पुलिस ने नट बस्ती पर एक साथ दबिश दी। इस दौरान 17 युवतियां व 10 युवक देह व्यापार के अनैतिक कार्य में संलिप्त पाए गए। इस पर पुलिस ने 27 युवक-युवतियों को पीटा एक्ट में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक शंकरदत्त शर्मा ने मामले की जांच शाहपुरा पुलिस उपाधीक्षक नेहा अग्रवाल को सौंपी है।
जमवारामगढ़ थाने की रायसर पुलिस चौकी से चंद कदम दूर लुनेठा गांव की सीमा में देह व्यापार करने वालों की पूरी बस्ती बस गई। यहां चौकी से चंद कदम दूर यह व्यापार होना पुलिस के लिए चुनौती है। इस अनैतिक कार्य से आसपास के गांवों के लोग परेशान है। इसको लेकर माथासूला गांव के लोगों ने पुलिस अधीक्षक, उपखंड अधिकारी, थानाधिकारी सहित सभी को समस्या से अवगत कराया था।
रायसर के पास लुनेठा में नेशनल हाईवे किनारे देह व्यापार का प्रचार दूर दूर तक है। यहां टोंक, अलवर, दौसा व दिल्ली तक के युवक युवतियां जिस्मफ रोशी के लिए आते है।
पुलिस ने कुलदीप, रमेश,कालूराम, बाबूलाल, रामवतार, संजय, तस्वीर, मदन, रामफूल व अजय सहित 17 युवतियों को पीटा एक्ट में गिरफ्तार कर लिया। जिन्हें पुलिस ने न्यायालय में पेश किया गया। जहां न्यायालय ने सभी को जेल भेज दिया।
तीन थानों की पुलिस व रायसर चौकी की पुलिस ने कार्रवाई की है। यह पीटा एक्ट में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। ऐसी अनैतिक गतिविधियां क्षेत्र में नहीं होनी दी जाएगी।
-लाखन सिंह मीना, पुलिस उपाधीक्षक, जमवारामगढ़