क्षेत्र का पर्यटक स्थल बनाया जा सकता
कार्यकर्ताओं ने विधायक को अवगत कराया कि शाहपुरा के पास अलवर तिराहा स्थित संजय वन विराटनगर विधानसभा क्षेत्र में आता है। इसकी तरफ दोनों ही विधानसभा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं दे रहे। ऐसे में यह वन उजड़ रहा है। कार्यकर्ताओं ने बताया कि पिछले करीब 10 वर्ष से संजय वन में पानी व बंदरों की सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। यदि इसका फिर से विकास किया जाए तो यह क्षेत्र का पर्यटक स्थल बनाया जा सकता है। सरकार की अनदेखी से पिछले 10 वर्षों से यह पूरी तरह उजड़ चुका है। कार्यकर्ताओं ने विधायक से इसका पुन: विकास कराने की मांग की।
कार्यकर्ताओं ने विधायक को अवगत कराया कि शाहपुरा के पास अलवर तिराहा स्थित संजय वन विराटनगर विधानसभा क्षेत्र में आता है। इसकी तरफ दोनों ही विधानसभा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं दे रहे। ऐसे में यह वन उजड़ रहा है। कार्यकर्ताओं ने बताया कि पिछले करीब 10 वर्ष से संजय वन में पानी व बंदरों की सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। यदि इसका फिर से विकास किया जाए तो यह क्षेत्र का पर्यटक स्थल बनाया जा सकता है। सरकार की अनदेखी से पिछले 10 वर्षों से यह पूरी तरह उजड़ चुका है। कार्यकर्ताओं ने विधायक से इसका पुन: विकास कराने की मांग की।
विधायक ने दिया आश्वासन
इस पर विधायक ने कहा कि विभागीय अधिकारियों से वार्ता कर इसके विकास का पूरा प्रयास किया जाएगा। इस दौरान समिति के संयोजक रमेश कुमावत, एडवोकेट बाल गोविंद सोनी, डीके सैनी, राहुल सैनी, कमलेश गुर्जर, अक्षय सैनी, रतन राणावत, लोकेश बालाणी, सरदार चौधरी, महेश टेलर सहित कई सदस्य व कस्बे के लोग मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि करीब 10 साल पहले संजय वन हरा भरा नजर आता था। वहीं अब बंदरों की तादाद बढऩे से पेड़-पौधे नष्ट हो गए। वर्तमान में चंद पेड़-पौधे नजर आते हैं।
इस पर विधायक ने कहा कि विभागीय अधिकारियों से वार्ता कर इसके विकास का पूरा प्रयास किया जाएगा। इस दौरान समिति के संयोजक रमेश कुमावत, एडवोकेट बाल गोविंद सोनी, डीके सैनी, राहुल सैनी, कमलेश गुर्जर, अक्षय सैनी, रतन राणावत, लोकेश बालाणी, सरदार चौधरी, महेश टेलर सहित कई सदस्य व कस्बे के लोग मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि करीब 10 साल पहले संजय वन हरा भरा नजर आता था। वहीं अब बंदरों की तादाद बढऩे से पेड़-पौधे नष्ट हो गए। वर्तमान में चंद पेड़-पौधे नजर आते हैं।