एएसआई सीताराम सैनी ने बताया कि ढाणी व्यास वाली अमरसर निवासी रमेश यादव पुत्र मुरलीधर यादव ने मामला दर्ज करवाया कि उसके पास लिसाडिया निवासी दीपक बावरिया का फोन आया कि एक कछुआ 40 लाख रुपए का है, जो उसको मात्र 3 लाख में मिल रहा है। इससे अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। उसने यह भी बताया कि उसके पास एक जिंदा कछुआ 30-40 लाख में खरीदने वाली पार्टी भी है। विश्वास में लेने के लिए पार्टी से फोन पर बात भी करवाई।
इसके बाद सौदा तय होने के बाद रमेश ने मनोहरपुर पुलिया के नीचे दीपक को 60 हजार रुपए दे दिए। 17 फरवरी को फिर दीपक ने कछुआ आने की कहकर नवलपुरा मोड़ पर 40 हजार रुपए ले लिए। मनोहरपुर की नदी में कार में बैठे तीन-चार लोग कछुआ देकर रुपए लेकर फरार हो गए। थोड़ी देर बाद ही कछुआ मर गया। दीपक भी यह कहते हुए चला गया कि कछुआ खरीदने वाली पार्टी तो जिंदा कछुआ लेगी। बाद में धोखाधड़ी का आभास होने पर रमेश ने थाने में दीपक बावरिया व उसके अन्य साथियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर कछुए का पोस्टमार्टम करवाकर दफना दिया। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।