बाद में विराटनगर एसडीएम राजवीरसिंह यादव के निर्देश पर शाहपुरा डीएसपी सुरेन्द्र कृष्णियां व तहसीलदार त्रिलोकचंद गुप्ता ने मौके पर जाकर समझाइस की और आगामी 3 अक्टूबर तक पैट्रोल बम फेंकने की घटना में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन देकर करीब 4 घंटे बाद जाम खुलवाया।
ग्रामीणों ने बताया कि कि पुलिस प्रशासन की अनदेखी से बदमाशों के हौसले बुलन्द हो रहे है। यहां छींतोली के पास ग्राम बहरमपुर में 17 सितंबर की रात को तीन बाइक सवार करीब आधा दर्जन से अधिक बदमाशों ने एक मकान पर पेट्रोल बोतल बम फेेंक कर आग लगा दी थी। घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद भी हो गई थी। बाद में ग्रामीणों ने घटना के विरोध में धरना-प्रदर्शन भी किया था। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने पांच दिन में आरोपियों को पकडऩे का आश्वासन देकर मामले का शान्त कराया था, लेकिन अभी तक मात्र दो आरोपियों को ही गिरफ्तार किया है। शेष बदमाश अभी तक पुलिस पकड़ से दूर है। जिस पर शनिवार को लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।
सुबह करीब 10.30 बजे विराटनगर-पावटा सडक़ पर आसपास के एकत्रित ग्रामीणों ने पत्थर, झाडियां डालकर जाम लगा दिया और टायरों में आग लगा दी। उन्होंने पुलिस प्रशासन से पेट्रोल बम घटना के सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। सूचना पर विराटनगर तहसीलदार त्रिलोकचंद व थाना प्रभारी राजेन्द्र सिंह मय जाब्ते मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणोंं को समझाइस का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण सभी आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग पर अड़ गए।
ग्रामीणों के विरोध पर बदला जांच अधिकारी
प्रदर्शनकारियों ने क्रशर हटाओ, छींतोली बचाओ व पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बाद में शाहपुरा डीएसपी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया। उन्होंने आगामी ३ अक्टूबर तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया। ग्रामीणों ने जांच अधिकारी पर मामले में लीपापोती करने का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारियों ने जांच अधिकारी बदलने की मांग की। जिस पर डीएसपी ने मौके पर मामले की जांच विराटनगर थाना प्रभारी राजेन्द्र सिंह को सौंपने के निर्देश दिए। तब जाकर ग्रामीण शांत हुए।
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सडक़ पर 4 घंटे लगा रहा जाम
इस दौरान विराटनगर, पावटा, आंतेला सहित आसपास के गांवों में गुजरने वाले दुपहिया व चौपहिया वाहन जाम फंस गए। जाम के कारण वाहनों में सवार लोगों को गन्तव्य स्थान तक जाने में परेशानी का सामना करना पड़ा। करीब चार घंटे बाद पुलिस ने सडक़ मार्ग से पत्थर इत्यादि हटाकर यातायात को सुचारू कराया।
आठवें दिन भी धरना जारी, खनन व क्रशर बंद होने तक संघर्ष का ऐलान
इधर, ग्राम विकास संघर्ष समिति के तत्वावधान में क्रशर हटाओ, छींतोली बचाओ के बैनर तले शनिवार को आठवें दिन भी ग्रामीणों का धरना जारी रहा। इस दौरान कई जनप्रतिनिधियों ने खनन बंद करने व क्रशर हटाने की मांग का समर्थन किया। इस मौके पर पूर्व विधायक रामचंद्र सराधना ने भी धरना स्थल पर पहुंचकर स्थानीय लोगों की मांग का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि आबादी के पास अवैध खनन से आमजन त्रस्त है। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के लिए जनहित में खनन पर अकुं श लगाने का आह्वान किया है।
सरपंच शीशराम दायमा ने खनन व क्रशर बंद होने तक संघर्ष जारी रखने का ऐलान किया। इस मौके पर कृषि मंडी सदस्य रोहिताश सिन्धु, नवरंगपुरा सरपंच मीनाक्षी देवी, पूर्व सरपंच मुरारी सिन्धु, जोधुला सरपंच कालूराम, पूर्व सरपंच अशोक शर्मा, भामोद सरपंच लक्ष्मी देवी, सामाजिक कार्यकर्ता फूलाराम, मनोज, सुरेश गुर्जर, सुरज शर्मा, गुरुदयाल, चेतन शर्मा, ओमप्रकाश, महेश मिश्रा, मनोज शर्मा सहित कई लोग मौजूद थे।
———- इनका कहना है कि-
छींतोली में मौके पर जाकर ग्रामीणों को समझाइश कर सडक़ से जाम हटवाकर आवागमन को सुचारू करा दिया। उच्चाधिकारियों को मामले से अवगत करा दिया गया है। शीघ्र समस्या का निस्तारण कराया जाएगा।——-त्रिलोकचंद, गुप्ता, तहसीलदार, विराटनगर