तुंगा रोड स्थित रंगोली नगर सहित आसपास की कई कॉलोनियों में जलदाय विभाग की ओर से नियमित आपूर्ति नहीं होने, मुख्य सड़क मार्ग से जार ही पाइप लाइन से कॉलोनियों को नहीं जोडऩे, नलकूप से से भी जलापूर्ति प्रभावित होने पर गुस्साई महिलाओं ने सभा में स्थानीय पंचायत और अन्य जनप्रतिनिधियों से सवाल-जबाव किए। ऐसे में जलदाय विभाग के पम्प चालक सीताराम, पंचायत समिति प्रधान गणेशनारायण शर्मा, सरपंच विनोद शर्मा, जिला पार्षद बेनाप्रसाद कटारिया सहित लोगों ने अपनी अपनी बात रखी और घर-घर पानी नहीं पहुंचने का कारण भी बताया। ऐसे में महिलाओं ने सभा के दौरान पानी की मांग को आगे बढ़ाने की बात कही। जयपुर जलदाय मंत्री से मिलने और अधिकारियों को ज्ञापन देने के लिए कहा।
वॉल्व में निकला फॉल्ट सहायक अभियंता ने एक दिन पहले ट्यूबवेल की मोटर में खराबी कहकर उसे सुधरवाने की बात कही, लेकिन फिर भी दूसरे दिन पानी नहीं आया। कुछेक घरों में ही पानी पहुंच पाया। इसके बाद फिर से फॉल्ट ढूढ़ा गया, तो वॉल्व में खराबी सामने आई। महिलाओं का गुस्सा देख अवकाश के दिन तकनीकी कर्मचारी को भेजकर वॉल्व बदलवाया। पम्प चालक सीताराम ने बताया कि यहां दो वॉल्व हैं, जिनमें से एक खराब था। ऐसे में पानी मोटर से पानी आगे तक नहीं पहुंच रहा था। गौरतलब है कि सोमवार को भी महिलाओं ने सहायक अभियंता कार्यालय और उपखंड अधिकारी सहित तहसीलदार कार्यालय में प्रदर्शन किया था।
विधायक को कोसा सभा में विधायक के नहीं आने पर महिलाओं ने प्रधान और सरपंच की उपस्थिति में सभा शुरू कर दी। अनिता, रिया, कोमल आदि महिलाओं ने बताया कि दो दिन से विधायक को पानी की समस्या के बारे में बता रहे हैं। आज भी सुबह से उनसे आने के लिए कह रहे थे। उन्होंने आने का आश्वासन भी दिया, लेकिन नहीं आईं। महिलाओं ने कहा कि जब वो हमारी समस्या का समाधान नहीं कर सकती, तो क्या फायदा। फिर सभी ने विधायक के खिलाफ नारे लगाए। एक वृद्ध महिला ने कहा कि, आज यदि विधायक आतीं, तो उन्हें मालूम पड़ता कि गुस्सा क्या होता है।
इनका कहना है मुझे महिलाओं की सभा संबंधी कोई जानकारी नहीं है और ना ही इस संबंध में किसी स्थानीय महिला से बात हुई है। मुझे तो किसी भजन-कीर्तन की जानकारी दी गई। ऐसे में मेरा आना संभव नहीं हुआ। रही बात पानी की लाइन की, तो स्थानीय पंचायत प्रशासन प्रस्ताव लेकर समस्या का समाधान कर सकता है।
– अंजू खंगवाल, विधायक, बस्सी मोटर की खराबी को सुधारने के बाद वॉल्व को भी आज दुरुस्त करवा दिया। इसके बाद जलापूर्ति की जांच कर उसे सुचारू करवा दिया। पम्प चालक से जांच के बाद व्यवस्था कर दी। स्वीकृति के बाद ही पाइप लाइन जोडऩा संभव होगा।
– अशोक मीणा, एईएन, जलदाय विभाग, बस्सी