बरसात की कमी की वजह से ग्राम पंचायत धमाणा के अंतर्गत ग्राम लोहड़ी जिसमें तालाब खाली रहने की वजह से सूख गया। गांव के कुएं में पीने का पानी भी अब नहीं रहा। गांव में आसपास ढाणियों के सभी मवेशियों को पेयजल की लिए भारी संकट का सामना करना पड़ रहा है। इस प्रकार अगले 10 महीने जब तक बारिश नहीं आ जाती तब तक ग्राम के निवासी व मवेशी पानी को तरसते रहेंगे। दूदू में बने छापरवाड़ा बांध में अब भी 4.30 फीट पानी है। खाली बड़े तालाबों को भरने के लिए सैकड़ों की तादाद में धमाणा पंचायत से लोगों ने दूदू विधायक बाबूलाल नागर, दूदू उपखंड अधिकारी राजेंद्रसिंह शेखावत, जयपुर कलेक्टर नेहरा को ज्ञापन सौंपा। सिंचाई विभाग के एइएन अनिल थारोल को इस जानकारी से अवगत कराया गया था।
विधायक बाबूलाल नागर तुरंत प्रभाव से सहायक अभियंता सिंचाई विभाग दूदू अनिल थारोल और उपखंड अधिकारी राजेंद्रसिंह शेखावत को जांच करके तालाब को भरने के आदेश दिए, किंतु उसके पश्चात भी दूदू प्रशासन और सिंचाई विभाग की आंखें नहीं खुली। सरकार की यह जिम्मेदारी बनती है कि सर्वप्रथम खाली तलाब भरे जाएं ना की सिंचाई के लिए पानी खोला जाए, क्योंकि सिंचाई से पेयजल प्राथमिकता पर आता है, किंतु इरिगेशन विभाग की लापरवाही की वजह से छापरवाड़ा बांध पर पिछले 1 महीने से सैकड़ों की तादाद में गैर कानूनी तरीके से ट्रैक्टर पंखा और इंजन के मार्फत पानी खेतों में ले जाकर के सिंचाई की जा रही है, जिस पर प्रशासन आंख मूंद कर बैठा है। कुछ वर्षों पूर्व भी ऐसे ही अकाल का सामना करना पड़ा था।
दूदू से पूरब की ओर नहर पर लोहड़ी मानसिंहपुरा मीरापुर गांव को छापरबड़ा बांध में 3 फीट पानी होते हुए। सरकार व प्रशासन ने अपनी सजगता को दिखाते हुए प्रशासन नियुक्त किया और गांव के खाली तालाबों को भरकर मवेशियों को ग्रामवासियों को बहुत भारी संकट से बचाया, यदि गांव के तालाबों को प्राथमिकता से नहीं भरा गया तो सभी ग्रामवासी इसका भरपूर विरोध जताएंगे। आवश्यकता पड़ी तो सिंचाई विभाग कार्यालय एवं उपखंड कार्यालय पर कोरोना संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप धरना प्रदर्शन किया जाएगा।