अलसुबह घटना की सूचना पर सरपंच प्रतिनिधि सुरेंद्र मौर्य सहित बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। मानपुरा माचेड़ी पुलिस चौकी कर्मी व वनविभाग के कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे। पगमार्गों के आधार पर लोगों ने बघेरा होने का कयास लगाया है। सरपंच प्रतिनिधि मौर्य ने बताया कि गरीब पशुपालक भूराराम धानका, बकरियां पालकर अपना जीवन यापन करता है। बकरियों की मौत होने से पशुपालक पर दुखों का पहाड़ टूटा है।
वन्यजीव के काटने से २० बकरियां काल का ग्रास बन गई है। जबकि ६ बकरियां जख्मी हो गई। सूचना पर वन विभाग के फोरेस्टर लालचंद, चन्द्र प्रकाश, हिम्मत सिंह ने मौके पर पहुंचकर बकरियों पर हमला करने वाले जंगली जानवर के पद चिन्ह लिए। फोरेस्टर लालचंद ने बताया कि पद चिन्ह के आधार पर जानवर बघेरा नहीं है। यह कोई अन्य जंगली जानवर ही है। मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं आमेर विधायक डॉ. सतीश पुनिया की धर्मपत्नी मोहनी देवी व भजपा जिलामंत्री जितेंद्र शर्मा भी पहुंचे और पीडि़त परिवार को ढाढस बंधाया। आर्थिक सहायता दिलाने का भरोसा दिलाया। सरपंच पिंकी देवी, पूर्व सरपंच नरेंद्र सिंह, शिवराज मीणा, यूथ कांग्रेस के कालूराम कुम्हार, समाजसेवी सुरेंद्र मौर्य, पंकज बालुका सहित कई ग्रामीणों ने प्रशासन से पीडि़त परिवार को आर्थिक सहायता दिलाने की मांग की।
वनकर्मी नहीं बता पाए, वन्यजीव के संबंध में
सूचना पर मौके पर पहुंचे वनकर्मियों की घटना की जानकारी ली और पगमार्ग लिए, लेकिन वनकर्मी वन्य जीव के संबंध में स्पष्ट नहीं कर पाए। ग्रामीणों ने बताया कि आबादी क्षेत्र में वन्यजीवों के भटकने से भयभीत है। मवेशियों के काल का ग्रास बन जाने से पीडि़त को काफी नुकसान हुआ है। प्रशासन को पीडि़त परिवार को आर्थिक सहायता उपलब्ध करानी चाहिए।