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बस्सी

वनकर्मी रातभर लगाए रहे टकटकी, यहां दिखे बघेरे

शाहपुरा रेंज में 872, कोटपूतली 284, विराटनगर 232 तथा पावटा में 246 वन्यजीव बढ़े
विराटनगर व पावटा रेंज में बढ़े बघेरे
 

बस्सीMay 20, 2019 / 12:21 am

Surendra

Wildlife calculations, vanyajiv ganna

वनकर्मी रातभर लगाए रहे टकककी, यहां दिखे बघेरे

कोटपूतली . जयपुर ग्रामीण रेंज में बैसाख माह में बुद्ध पूर्णिमा की चांदनी रात में वाटर हॉल पद्धति से की गई वन्यजीवों की गणना से वनप्रेमियों में खुशी की लहर है। करीब सभी रेंज क्षेत्र में वन्यजीवों में बढ़ोतरी देखी गई है। जिसमें विराटनगर रेंज में 2 तथा पावटा रेंज में 1 बघेरा बढ़़ा है। वहीं शाहपुरा-कोटपूतली रेंज में बघेरों की संख्या पिछले साल की तुलना में यथावत है। कोटपूतली वन क्षेत्र के इलाके में गणना के दौरानन दिन में केवल नील गाय, सिार मोर आदि नजर आए। रात में पैंथर कर दहाड़ सुनाई दी। रात के समय पेयजलस्रोत के समीप वन्य जीवों की आवाजाही होने से इनकी गणना की गई। इससे वनकर्मी उत्साहित रहे। वन्य जीवों की गणना के दौरान क्षेत्र में 7 बघेरों के पगमार्क मिले हैं। पिछले साल भी सात बघेरों के पदमार्क मिले थे। वन विभाग की बघेरे (पैंथर) के कुनबे पर विशेष नजर रही, लेकिन इनमें कोई कमी व बढ़ोतरी नहीं हुई। हालांकि पिछले साल की तुलना में 284 वन्य जीवों की बढ़ोतरी हुई है। इनमें सियार, नील गाय जैसे वन्य जीवों की अधिक बढ़ोतरी हुई है। (नि.सं)
कोटपूतली रेंज

वन्य जीव 2019 2018
बघेरा 07 07
जरख 28 27
सियार/गीदड़ 199 98

वन्य जीवों की गणना में 7 बघेरे के पगमार्क मिले हैं। पिछले साल भी 7 बघेरो के पग मार्क मिले थे। वन्य जीवों की गणना में बदलाव होता रहता है। मौसम से भी वन्य जीवों की गणना प्रभातिव होती है। वैसे इस बार की गणना में वन्य जीवों में बढ़ोतरी हुई।
सीताराम यादव, रैंजर, वन विभाग कोटपूतली

बघेरों व जरख का कुनबा बढ़ा

विराटनगर. पूर्णिमा पर विराटनगर व पावटा रेंज मुख्यालय बीलवाड़ी क्षेत्र के 26 केंद्रों पर वन्य जीवों की गणना में पिछले वर्ष की तुलना में विराटनगर व पावटा रेंज क्षेत्र में वन्यजीवों की सख्या में इजाफा हुआ है। विराटनगर व पावटा रेंजों में इस बार बघेरों व जरख की संख्या में भी इजाफा हुआ है। विराटनगर रेंज क्षेत्र में 1508 वन्य जीवों की गणना हुई, वहीं पिछली बार 1276 थी। रेंजर कैलाश चंद गुर्जर ने बताया कि पिछले साल की गणना में विराटनगर रेंज में 5 बघेरे व 28 जरख मिले थे, जो इस बार बढ़कर 7 बधेरे व 33 जरख हो गए। इसी प्रकार पावटा रेंज क्षेत्र में इस बार 1621 वन्यजीव पाए गए। पिछली बार यह सख्ंया 1375थी। यहां पिछली बार 2 बघेरा व 16 जरख थे जो बढ़कर 3 बघेरे व 25 जरख हो गए। वन्यजीव गणना को लेकर विराटनगर रेंज व पावटा रेंज क्षेत्र में 13-13 वाटर हॉल केंद्र बनाकर मचान लगाई गई।
विराटनगर रेंज


वन्य जीव 2018 2019
बघेरा 5 7
जरख 28 33
सियार 104 119
जंगली ***** 38 45
सांभर 23 25
सेही 29 24
सियागोश 5 5
जंगली मुर्गी 3 4

पावटा रेंज

वन्यजीव 2018 2019
बघेरा 2 3
जरख 16 25
सियार 165 184
नीलगाय, मोर और लोमड़ी ज्यादा बढ़े

साईवाड़/शाहपुरा. रेंज में 12 पॉइण्टों पर की गई वन्यजीवों की गणना में गत वर्ष की तुलना में 872 वन्य जीव बढ़ गए। हालाकि शाहपुरा व नीमकाथाना वन क्षेत्र में बघेरा की संख्या में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई। शाहपुरा रेंज मे अमरसर काली माता के निकट, नायन एनिकट, राड़ावास भोमियांजी का मन्दिर आदि जगह प्वॉइंट बनाए थे। शाहपुरा रेंजर चतुभुज शर्मा व वनपाल बाबूलाल मीणा ने बताया कि गणना का जयपुर के सहायक उपवन संरक्षक भवानीसिंह निर्वाण, जयपुर रेंजर अजय बडग़ुर्जर ने निरीक्षण किया। नीमकाथाना रेंज में भी 3 पैंथर ही मिले, जो पिछली साल के बराबर ही है। नीमकाथाना रेंज में सीकर के सहायक उपवन संरक्षक विरेन्द्र सिंह कृष्णियॉ व नीमकाथाना रेंजर देवेन्द्र सिंह राठौड़ ने रात्रि में निरीक्षण किया ।
शाहपुरा रेंज

वन्यजीव 2018 2019
बघेरा 1 1
सियार 104 146
जरख 60 89

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