इनका होगा जीर्णाेद्धार
बौद्ध स्तूप बीजक पहाड़ी के लिए 515.30 लाख, अंबिका मंदिर से जैन नसिंया तक संपर्क सड़क निर्माण के लिए 95.46 लाख, पावटा रोड स्थित जैन नसिया एवं आसपास के विकास के लिए 56.40 लाख, महादेवा डूंगरी गणेश मंदिर के विकास एवं कॉम्प्लेक्स निर्माण कार्य के लिए 38.95 लाख, अंबिका माता मंदिर विकास के लिए 9.15 लाख, अशोक शिलालेख के विकास के लिए 6.80 लाख रुपए के टेण्डर जारी किए गए हैं। इन स्थलों का सौंदर्यकरण, बेंच निर्माण, सीसीटीवी, संपर्क सड़कों का निमार्ण कराया जाएगा।
बढ़ेगा रोजगार
पौैराणिक एवं पर्यटक स्थलों के विकास से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा एवं विकास केे नए आयाम स्थापित होंगे। पर्यटकों की संख्या में इजाफा होने से क्षेत्र के लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
इनको भी विकास की दरकार
गणेश डूंगरी स्थित संग्राहलय, भीमसेन की डूंगरी, भटोड़ भैरू, श्रीकेशवराय मंदिर, मालादेवी मंदिर, जैन श्वेताम्बर मंदिर सहित करीब एक दर्जन धार्मिक एवं पौराणिक स्थलों के विकास की दरकार है।
केन्द्र सरकार की बजट घोषणा के अनुसार विराटनगर के पौराणिक स्थलों के विकास केे लिए अधिकतर कार्यों के टेंडर जारी हो चुके हैं। कार्य शीघ्र शुरू करवाए जाएंगे।
एमके गुप्ता, सहायक अभियंता, पुरातत्व विभाग जयपुर
पंकज पाराशर, अध्यक्ष, विरासत धरोहर संरक्षण समिति, विराटनगर