बस्ती जिले के विक्रमजोत ब्लॉक क्षेत्र के तुर्सी गांव के अनुसूचित पुरवे के निवासी रामानुज की बेटी सावित्रि 14 साल खेतों में बकरी चराने गयी थी। घर लौटते ही अचानक तेज बुखार और पैरों में अंकड़न के चलते जमीन पर लेट गयी। परिजनों ने तत्काल उसे जिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। थोड़ी ही देर बाद सावित्र के दो भाई विक्की (16) और संदीप (18) की भी तबीयत अचानक बिगड़ गयी। उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र विक्रमजोत लाया गया। इस तरह के बुखार की बात सुनकर सीएचसी प्रभारी डॉ. आरिफ फारूकी, स्वास्थ्य शिक्षाधिकारी शुभकरन के नेतृत्वच में स्वास्थ्य विभाग की टीम तुर्सी गांव पहुंची।
जिला अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि स्वास्थ्य टीम ने गांव का दौरा कर जांच की, लेकिन वहां किसी तरह की संक्रामक बीमारी फैलने की बात सामने नहीं आयी है। लड़की की मौत तेज धूप से आने के बाद तुरंत पानी पीने से हुए स्ट्रोक के चलते हुई है। उसके भाइयों की जांच की जा रही है।
दोनों बच्चों का जिला अस्पताल में एक ही बेड पर इलाज चल रहा है। अस्पताल में भर्ती बच्चे के परिजनों ने बताया कि उनके बच्चों को अचानक पेट में दर्द उठा और पूरे शरीर में दर्द शुरू हो गया। देखते हीदेखते कुछ देर बाद तेज बुखार चढ़ने लगा, जिसके बाद स्थानीय डॉक्टर को दिखाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को जिला अस्पताल लायाग या। उधर जिला अस्प्ताल में तैनात एसआईसी ओपी सिंह का कहना था कि बुखार आन वाले सभी बच्चों को चेकिंग की जा रही है। जो तेज बुखार से पीड़ित हैं उनके बारे में कंट्रोल रूम को सूचित किया जाए, इसके लिये सभी डॉक्टरों को सूचित कर दिया गया है। दावा किया कि उनके यहां एईएस और जैपनीज इंसेफेलाइटिस की पूरी तैरूारी है। 110 कमरों का एक पीसीयू वार्ड मौजूद है, जिसमें पांच बेड और बढ़ा दिया गया है इसके अलावा जितने भी मरीज आ रहे हैं उन्हें साफ सफाई रखने की हिदायत दी जा रही है।
By Satish Srivastava