बस्ती जिले में सोनहा थाना क्षेत्र के परसाकुतुब गांव निवासी आभाष कुमार उर्फ सर्वेन्द्र , खैरा निवासी जितेन्द्र कुमार सोनी ने मोबाइल पर अपराधियों द्वारा जाली नोट छापने की घटना का आर्टिकल देखने के बाद जाली नोट छापने का विचार आया। आर्टिकल को देखने के बाद दोनो ने जाली नोट छापने का प्लान बनाना शुरू किया। इसके बाद आभाष ने अपने घर पर रखे लैपटाप, स्कैनर, प्रिंटर को रात के समय जितेन्द्र की दुकान पर उठा ले गया। दोनो ने मिलकर 10-15 दिन पहले लैपटाप मेे 5 सौ और 2 सौ रूपयों के नोटों का पिक्चर डाउनलोड किया। कोरल ड्रा साफ्टवेयर के माध्यम से 5 सौ और 2 सौ रूपए के 2 हजार नोट छापकर उसे फुटकर के रूप में बाजार में चलाया। छापे गए नकली नोटो के चल जाने से उनका उत्साह बढा, बाजार में रूपए चल गए तो वे फिर से 52 हजार 4 सौ रूपए छापकर उनमें से 97 सौ रूपए लेकर बाजार में चलाने के लिए जा रहे थे कि इस बीच चेकिंग के दौरान वे पुलिस के हत्थे चढ गए। नरखोरिया बाजार के पास उन्हे जाली नोटो के साथ पकडा गया।
एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि पूछताछ के दौरान उनके दवारा इस बात की जानकारी दी गई। उनकी निशानदेही पर जितेन्द्र के घर से 42 हजार 7 सौ रूपए, लैपटाप, स्कैनर प्रिंटर, नोट छापने के पेपर, कुछ अर्द्धनिर्मित नोट बरामद हुए। उन्हे गिरफ्तार करने वाली टीम में एसएचओ रामकृष्ण मिश्र, एसएसआई रामदेव, कांस्टेबल विपिन सिंह, इरशाद खां, विजय प्रकाश राय शामिल रहे। एसपी ने खुलासा करने वाली टीम को 10 हजार रूपए नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।