किसानों और कर्मचारियों का कहना है कि पिछले 3 महीने से मिल को चालू करने की बात चल रही है, लेकिन जिला प्रशासन सिर्फ घुमा रहा है, मिल को चालू करने की दिशा में कोई ठोस कदम अब तक नहीं उठाया गया है। किसानों और मिल कर्मचारियों के सामने रोजी-रोटी का संकट है, किसानों के गन्ने का बकाया और मिल कर्मचारियों को पिछले 10 महीने से वेतन नहीं मिला है।
वहीं डीएम राजशेखर ने कहा कि मिल पर किसानों का पिछले दो साल का लगभग 50 करोड़ बकाया है, मिल कर्मचारियों को भी पिछले 9-10 महीनों से वेतन नहीं मिला है, ये फैक्ट्री घाटे में थी, इस के मालिकान फैक्ट्री को बेचने का प्रयास कर रहे हैं, एक-दो लोग आए थे जो फैक्ट्री खरीदना चाहते है, अभी उन के बीच वार्ता चल रही है। जिला प्रशासन के अधिकारी ने जाम लगाने वाले किसानों और कर्मचारियों से मिल कर उन्हें आश्वासन दिया, तब जाकर जाम खत्म हुआ ।