ऑनर किलिंग के इस मामले का पर्दाफाश करते हुए प्रभारी एसपी एनके सिंह ने बताया कि, शनिवार की शाम को हाइवे पर पुराने आरटीओ कार्यालय के पास खेत में युवती किरन पुत्री विजय पाल चौहान निवासी मूड़घाट का शव मिला था। उसकी हत्या ईंट से कूंचकर की गई थी, जबकि सुबह के समय उसके प्रेमी की लाश सड़क पर मिली थी। उसे भी ईंट से वार कर मारा गया था। वहीं मामले को दुर्घटना साबित करने के लिये नए अमहट पुल के पास शव को सड़क पर फेंक दिया गया था।
पुलिस की छानबीन में जब पता चला कि, सुबह मिली लाश दिवंगत युवती के प्रेमी विवेक उर्फ रामू पुत्र शिवगोविंद निवासी चिल्लूपार गोरखपुर की है तो पुलिस को मामला समझते देर नहीं लगी। पुलिस ने मामले में अज्ञात के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू की तो शक की सुई सबसे पहले दिवंगत किरन के परिजनों पर गई।
पुलिस ने गहनता से पूछताछ की तो युवती के पिता विजय पाल चौहान, चाचा जनार्दन चौहान और भाई शंभू चौहान उर्फ गोलू ने हत्या की बात कबूल कर ली। तीनों को पुलिस ने मूड़घाट से ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त ईंट, दिवंगत किरन का चप्पल व मोबाइल और हत्यारोपियों के कपड़े बरामद कर लिए हैं।
दिवंगत किरन के पिता विजय पाल चौहान ने बताया कि, वह अपने मौसी के घर
रक्षाबंधन के त्यौहार पर गई थी। वहीं उसका मौसेरे भाई विवेक उर्फ रामू से नाजायज संबध हो गया। उसने किरन को एक मोबाइल खरीद कर दिया था। उसी से वह उससे अक्सर बातचीत करती थी। परिवार के लोग उसे डांटते और समझाते थे, मगर वह रामू को चाहने लगी थी।
शुक्रवार की रात में किरन को रामू ने फोन करके बुलाया था। जैसे ही वह घर से निकली, छोटे बेटे गुलाब ने देख लिया और उन लोगों को बताया कि, दीदी खेत की ओर गई है। वह अपने भाई और बेटे के साथ मूड़घाट बाईपास स्थित पट्टीदार के खेत की ओर गए। उस समय रात के 12 बजे होंगे। बेटी और उनके साढ़ू का लड़का रामू आपत्तिजनक स्थिति में मिले। इससे गुस्साए उन लोगों ने बगल में रखे ईंट से रामू के सिर पर ताबड़तोड़ वार कर मौत की नींद सुला दिया।
इस दौरान किरन उनसे उलझ गई, जिससे उनका क्रोध और बढ़ गया और बाद में उसका भी सिर ईंट से कूंचकर मार डाला। उसके शव को खींचकर सरसों के खेत में कर दिया और रामू के शव को हाइवे पर फेंक कर उसे सड़क हादसे का रूप देने की कोशिश की।
by सतीश सिंह