बहरहाल, पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। नागपुर टिकैत गांव में मां और दो मासूमों की जलने से मौत की खबर लगते ही पुलिस अधिकारी गांव की ओर भागे। परशुरामपुर के प्रभारी निरीक्षक रमेश, सीओ अरविंद कुमार वर्मा ने मौके पर पहुंचकर घटना के संबंध में जानकारी ली। इसी बीच फोरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर घटना स्थल से साक्ष्य एकत्र किया। कुछ देर बाद ही एसपी दिलीप कुमार मौके पर पहुंच गए। उन्होंने घटना में जिंदा बच गई 4 वर्षीय रोशनी से घटनाक्रम के बारे में पूछा।
मामले में दिवंगत विवाहिता सोनी के पिता से भी पुलिस पूछताछ कर रही है। वहीं घटना के संबंध में पहले तो आसपास के लोगों ने कुछ भी बताने से इंकार किया, मगर बाद में दबी जुबान से बताया है तीन बेटियों के बीच एक बेटे का न होना सोनी को खटकता था। पति से रिश्ते भी तल्ख नहीं थे। मेहनत कर प्रेम गल्ला व्यवसाय से पारिवारिक जिम्मेदारी उठा रहा था। आसपास के कुछ लोगों का कहना है कि, परिवार में खाना बनाने को लेकर हल्की नोंकझोंक हुई थी। मगर मामूली बात को लेकर सोनी इतना बड़ा निर्णय ले लेगी। इस पर लोगों को विश्वास नहीं हो रह है। एसपी ने बताया कि, दिवंगत बहू की सास से खाना बनाने को लेकर कुछ नोंक झोंक हुई थी। जीवित बची बच्ची ने बताया है कि, उसकी मां ने खुद ही कमरे में जाकर उन पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगाई थी। घटना के समय घर में कोई था नहीं। विवाहिता ने मामूली बात को लेकर बच्चियों संग जान देने का निर्णय लिया, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
input सतीश श्रीवास्तव