जानकारी के अनुसार गोंडा जनपद के खैरारी गांव निवासी राम ललित चौहान की पत्नी संजू की ननिहाल जनपद के बनकटी विकास खंड अंतर्गत बेहिल गांव में है। गर्भवती संजू उचित देखभाल के लिए ननिहाल में ही रह रही थी। उसे
प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने 12 अप्रैल को महिला अस्पताल लाया था, जहां चिकित्सकों ने ऑपरेशन की सलाह दी थी। ऑपरेशन के बाद उसे पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। बताया जाता है कि ऑपरेशन के समय नवजात डॉक्टर के हाथों से छूट गया। इसकी जानकारी होते ही उसे डॉक्टर स्वयं प्लास्टर लगवाने ले गए। संबंधित डॉक्टर ने सहयोगी चिकित्सकों से पूछा कि क्या इसकी जानकारी प्रसूता और तीमारदारों को है। मजबूरन उन्होंने प्रसूता और उसके परिजनों को पूरी जानकारी दी। फिलहाल नवजात के हाथ में प्लास्टर लगा है। पीड़ित प्रसूता के मुताबिक डॉक्टर की लापरवाही के कारण नवजात उसके हाथों से छूट गया, घटना में उसका एक हाथ टूट गया। इसकी शिकायत कर रही महिला तीमारदार का हाथ मरोड़कर डॉक्टरों ने धक्का देकर बाहर निकाल दिया। प्रसूता ने कहा कि बगैर उसकी मर्जी के उसे कॉपर टी लगा दिया गया। धागा लटकता देखा तो मां के पूछने पर डॉक्टर ने कहा कि तुमने कागज पर दस्तखत किया तो वह नहीं जान पाई। प्रसूता के मुताबिक उसके भाई से कांगज पर हस्ताक्षर करवा लिया गया था लेकिन कॉपर टी लगाने की जानकारी बिलकुल नही दी गई। प्रसव के दौरान डाक्टर अनिता की लापरवाही सामने आई है।
By: Satish Srivastava