इंदौर के दीवाना ग्रूप के कलाकारों ने जिस अंदाज में सूफी गीत गाए पूरा महोत्सव ही सूफियाना हो गया। ‘यूं तो क्या-क्या नजर नहीं आता, तुमसा कोई नजर नहीं आता’ वगैरह गीतों पर तो लोग भी तालियों के थाप के साथ हवा में हाथ लहराकर इसका हिस्सा बन गए। ‘हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सबकी है जान हिंदुस्तान चमकेगा’ आदि गीतों पर खूब तालियां बटोरी गयीं। ‘पास रहता है दूर रहता है, कोई दिल के करीब रहता है’, दिल में उतर गया तो, ये जो हल्का-हल्का सूरूर है… जैसे गीतों ने लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। दीवाना ग्रूप की महिला कलाकारों ने गजलों की धुन पर अद्भुत सूफी नृत्य से खूब वाहवाही बटोरी।
By Satish Srivastava