लालगंज थाना अंतर्गत ऊंचटोला महसो गांव निवासी सगे भाई रामचरन और चनई बंटवारे के बाद अलग-अलग रहते हैं। चनई का छोटा बेटा सनोज (22) चेन्नई में किसी प्राइवेट कंपनी में काम करता था। कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन हुआ तो हजारों लोगों की तरह वह भी गांव लौट आया।
पुलिस के मुताबिक सनोज के बड़े भाई मनोज का तीन साल का बेटा खेलते हुए बगल में रामचरन के दरवाजे पर चला गया। नाराज रामचरन गाली देते हुए उसे भगाने लगा तो बगल में मौजूद सनोज ने अपशब्द सुनकर विरोध किया और दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई।
आरोप है कि इसी बीच रामचरन कि बेटी आशा, पुष्पा और पूजा भागकर घर के अंदर गयी। हाथ में चाकू लिए बाहर आई और पिता के साथ मिलकर सनोज पर ताबड़तोड़ वार करना शुरू कर दिया। खून से लथपथ सनोज जमीन पर गिर गया। शोर सुनकर मौके पर भागकर पहुंचे दिव्यांग चनई आई और मनोज जब तक उसे नजदीकी अस्पताल ले जाते, तब तक उसने दम तोड़ दिया। सूचना पर पहुंचे एसओ लालगंज अनिल सिंह ने घटनास्थल से ही रामचरन को गिरफ्तार कर लिया। वहीं मौके से हत्यारोपी उसकी तीनों बेटियां व अन्य परिजन फरार हो गए। पुलिस ने शव कब्जे में लेते हुए मोर्चरी में रखवा दिया। एसपी हेमराज मीना ने इस बाबत कहा कि पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है, एक आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
By Satish Srivastava