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जेहन से निकालें डैंड्रफ से जुड़े मिथक

इन दिनों डैंड्रफ लड़कियों के साथ ही लडक़ों, बच्चों और बुजुर्गों की भी समस्या बन गई है।

जयपुरJan 24, 2018 / 05:09 am

शंकर शर्मा

dandruff

इन दिनों डैंड्रफ लड़कियों के साथ ही लडक़ों, बच्चों और बुजुर्गों की भी समस्या बन गई है। डैंड्रफ शब्द सुनते ही जेहन में कई बातें आती हैं कि ये गर्म पानी से नहाने से होता है, बालों की मालिश न करने से या मौसम में होने वाले बदलाव से होता है आदि। असल में ऐसा आनुवांशिक वजह के अलावा त्वचा की कोशिकाओं के एक निश्चित समय में विकसित होने के बाद डैंड्रफ के रूप में हटना है। जानते हैं कुछ आम मिथकों की सच्चाई के बारे में-

मिथक- शैम्पू से पहले कंघे से डैंड्रफ उतार लेना चाहिए।
सच्चाई -जरूरी नहीं कि यदि सिर की त्वचा यानी स्कैल्प पर रूसी की परत जमी है तो इसे शैम्पू करने से पहले उतारना जरूरी हो। यदि परत ज्यादा मोटी और समस्या बार-बार हो तो हो सकता है कि ऐसा किसी त्वचा रोग के कारण हो रहा है। इसलिए किसी त्वचा रोग विशेषज्ञ से दिखा लेना चाहिए। गलत तरीके से डैंड्रफ हटाने से दर्द होने के अलावा खून आ सकता है, जो संक्रमण पैदा कर सकता है।

मिथक- तेल मालिश से रूसी से छुटकारा मिलता है।
सच्चाई- अक्सर सुनने में आता है कि सरसों, नारियल या जैतून के तेल को गुनगुना गर्म कर इससे स्कैल्प की मालिश की जाए तो समस्या से छुटकारा मिलता है लेकिन ऐसा हो जरूरी नहीं। जैसा कि डैंड्रफ पहले से ही ऑयली होता है और की गई तेल मालिश से रूसी त्वचा से चिपक जाती है, जिससे ये हटती नहीं। इसलिए तेल मालिश से पहले त्वचा रोग विशेषज्ञ से पूछ लें।

मिथक- डैंड्रफ हटाने के लिए रोजाना शैम्पू करना चाहिए।
सच्चाई– यह सही है कि रोजाना सिर धोने से रूसी हटती है लेकिन यदि रूसी किसी इंफेक्शन या अन्य त्वचा रोग के कारण है तो रोजाना सिर धोने से दिक्कत बढ़ सकती है। इसलिए त्वचा रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें। हो सकता है वे बाल धोने के लिए मेडिकेटेड शैम्पू, एंटीमाइक्रोबियल एजेंट से युक्त उत्पाद दें।

मिथक- रूखी त्वचा से डैंड्रफ होता है।
सच्चाई– मेडिकली देखा जाए तो रूखी त्वचा से ज्यादा तैलीय त्वचा में डैंड्रफ अधिक होता है। त्वचा से जुड़े खास बैक्टीरिया को तेल ज्यादा पसंद होता है। इसलिए जिनकी त्वचा ज्यादा ऑयली होती है, उनमें त्वचा से जुड़ा सैबोरिक डर्मेटाइटिस हो सकता है, जो डैंड्रफ की वजह है।

मिथक- डैंड्रफ से विकास प्रभावित नहीं होता।
सच्चाई– कई शोध के मुताबिक, इससे बालों की जड़ों को काफी नुकसान होता है। सबसे ज्यादा शिकायत बालों के अनियंत्रित रूप से झडऩे की होती है। कई मामलों में रूसी की परत सिर के एक जगह पर इकट्ठी होकर उस जगह गंजेपन का भी कारण बन सकती है।

मिथक- गर्मी में ज्यादा होती है रूसी की समस्या।
सच्चाई- असल में डैंड्रफ की समस्या गर्मी से कई गुना ज्यादा सर्दी में होती है। इसका कारण है कि इस मौसम में डैंड्रफ का कारण बनने वाली चीजों को हम ज्यादा खाते हैं। जिसमें डेयरी प्रोडक्ट्स, मीठा और मसालेदार चीजें शामिल हैं। सर्दी में सिर न धोना भी कारण बनता है।

मिथक- हर तरह का रूसी डैंड्रफ का प्रकार है।
सच्चाई- जरूरी नहीं कि त्वचा का रूखा होकर रूसी का रूप लेना डैंड्रफ ही हो। सैबोरिक डर्मेटाइटिस की स्थिति में स्कैल्प पर रूसी उभरने लगती है, जो कि चिपचिपा, मोटी परत व पीले रंग का होता है। वहीं डैंड्रफ, स्कैल्प सोराइसिस का भी कारण है। इसलिए समस्या लंबे समय तक होने पर डॉक्टरी सलाह लें।

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