इसमें तिल, सूरजमुखी या नारियल का तेल लेकर मुंह में घुमाया जाता है। 10-15 मिनट बाद जब तेल पतला हो जाता है तो इसे थूक दिया जाता है और मुंह अच्छी तरह से साफ कर लिया जाता है।ध्यान रहे कि तेल काे निगलना नहीं है।
ऑयल पुलिंग की प्रक्रिया से मुंह के बैक्टीरिया नष्ट होते हैं और दांतों की सेंसिटिविटी कम होती है। इस थैरेपी से सिरदर्द, ब्रोंकाइटिस, दांतदर्द, अल्सर, पेट, किडनी, आंत, हार्ट, लिवर, फेफड़ों के रोग और अनिद्रा में राहत मिलती है।