लंबा जीवन आपके हाथ –
योगा, अध्ययन, फिल्म, संगीत और खेल से लंबी उम्र प्राप्त की जा सकती है। ये उपाय मस्तिष्क में आराम और आनंद प्रदान करने वाले न्यूरोसर्किट्स को उत्तेजित करते हैं और तनाव देने वाले न्यूरोसर्किट्स का दमन करते है। मस्तिष्क और हमेशा बदलते रहने वाला प्रवाही वातावरण आपस में अंत: क्रिया द्वारा दोनों तरफ से संवाद बनाते हैं। ये मैकेनिज्म टेलोमर्स यानी क्रोमोजोम्स के संरक्षी सिरों का संरक्षण करते हैं। ये टेलोमर्स ही गुणवत्तापूर्ण लंबी उम्र के मार्कर हैं।
सकारात्मक सोच और संतुलित आहार जरूरी –
दीर्घायु पाने के लिए बहुत ज्यादा त्याग या मेहनत करने की जरूरत नहीं है। बस सकारात्मक सोच और संतुलित खानपान से आप जीवनशैली के कारण होने वाले रोगों से बच सकते हैं। रोजमर्रा की जिंदगी में बेहतर समय प्रबंधन, बिना टकराए समस्या को सुलझाने की समझ, दूसरों के प्रति प्रशंसा का भाव, ऑफिस के काम में परफेक्शन और घर पर अनौपचारिक रहने की आदत, माफ करने और भूलने का रवैया, आसपास के वातावरण से बहुत ज्यादा प्रभावित न होने का एटीट्यूड और लोगों से जुड़ाव व अच्छी गपशप स्वस्थ और खुश रहने के कुछ सामान्य उपाय हैं। दिन में थोड़ा सुस्ताने और छह-सात घंटे की गहरी नींद भी इसके साथ मिल जाए तो सोने पर सुहागा हो सकता है।
कम खाओगे तो लंबी उम्र पाओगे –
रोजमर्रा के जीवन में कुछ लचीलापन रखा जाए तो चमत्कार हो सकते हैं। खान-पान में जरूरत से बीस प्रतिशत कम खाना। खूब पानी पीना। प्राकृतिक एंटी ऑक्सीडेंट्स का इस्तेमाल और ब्लैक इज ब्यूटीफुल का नियम पालते हुए काली चाय, काले अंगूर, काली गाजर, सेब और मीठे आलू, बादाम तथा अखरोट का इस्तेमाल किया जाए। यदि ऊपर बताई बातें ज्यादा भारी लग रही हों तो बस अपने पैरों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें यानी खूब चलें और इस नियम को ध्यान रखें कि 20 प्रतिशत कम कैलोरी आपके जीवन में बीस वर्ष बढ़ा सकती है।
हाल में एक रोचक वैज्ञानिक अध्ययन में ऑबरी डी-ग्रेस ने बताया है कि 150 साल तक जिंदा रहने वाला पहला व्यक्ति पैदा हो चुका है। यही नहीं एक हजार साल तक जीवित रहने वाला व्यक्ति भी अगले बीस वर्ष बाद ही आ जाएगा।