इस हालात में है रोडवेज परिसर
रोडवेज प्रबन्धन की अनदेखी : चालक विश्राम गृह की छत जर्जर, सुरक्षा शाखा के भवन की हालत भी दयनीय
इस हालात में है रोडवेज परिसर
ब्यावर. रोडवेज आगार में चालकों के विश्राम के लिए बनाए कक्ष की जर्जर दीवारे व छतों से गिरता चूना न केवल आराम में खलल कर रहा है बल्कि यहां पर सुरक्षा की भी कोई गारन्टी नहीं है। यही हाल सुरक्षा शाखा के भवन की है।जहां जर्जर छत के नीचे कर्मचारी काम करने को मजबूर है। आगार के पास पैतालीस खुद की बसें और करीब पचपन अनुबंधित बसें है। खुद के करीब पैसठ चालक है और इन चालकों के आराम के लिए यहां पर एक विश्राम गृह बनाया गया है।इनकी न केवल छत बल्कि छत भी जर्जर हो चुकी है। इनमें नियमित रूप से चूना गिरता है और दीवारों में सीलन आ रही है। जर्जर हालात के इस भवन में चालकों को मजबूरन खतरे की बीच अपनी थकान मिटानी पड़ती है। बारिश के दौरान तो विश्राम गृह की हालत और भी खस्ता हो जाती है। कमरे की दिवारों से चूने की पपडिय़ा उतर चुकी हैं और छत से भी चूना व पत्थर रह रहकर गिरते रहते हैं। इसके अलावा सीलन व नमी आने के चलते हालात खराब है। बताया जाता है कि पांच साल पहले इसकी मरात कराई गई थी लेकिन उसके बाद सुध नहीं ली। यही हालात वर्कशॉप बिल्डिंग व सिक्यूरिटी गार्ड के कमरों की है। सिक्यूरिटी गार्ड भवन की छतों से भी आए दिन चूना गिरता रहता है और उसके नीचे ही कर्मचारी काम करने को मजबूर है।