.छाई घनघोर घटाएं, बरसे मेघ
पलटा मौसम : मालीपुरा में ओले गिरे, रिमझिम ने भिगोया
ब्यावर. गर्मी के मौसम की शुरुआत के बीच सोमवार को छाए बादलों ने चुप्पी तोड़ी। सुबह से ही बादल छाए रहे और दोपहर में बरसात देखने को मिली। इसके बाद करीब 4५ मिनट तक रिमझिम बरसात का दौर चलता रहा। इससे शहर भीगा-भीगा नजर आया। वहीं जवाजा क्षेत्र के मालीपुरा गांव में ओले गिरे। जानकारों के मुताबिक खेतों में खड़ी और कटी फसल के लिए यह बरसात नुकसानदायक है। कहीं बरसात तेज ना हो जाए, इसी भय से किसानों की सांसे थमी रही। पिछले करीब सप्ताह भर से शहर में गर्मीका प्रचंड रूप देखने मिल रहा था। मार्चमहीने के अंतिम सप्ताह में गर्मी का रौद्र रूप दिखा। इस दौरान लोगों ने पंखों से बात नहीं बनने पर कूलर का सहारा भी लेना शुरू कर दिया था।लेकिन सोमवार को अचानक बादल छाए और दोपहर में बरस भी पड़े। बरसात ने गर्मी की तपन को कम करके राहत का
काम किया। इसके बाद शाम तक घनघोर काली घटाएं छाई रही और ठंडी हवाओं ने मौसम को सुहावना बना दिया।
चने के आकार के ओले गिरे
जवाजा क्षेत्र के कुछ ग्रामीण इलाकों में ओले गिरने के खबर आई है। मालीपुरा में चने के आकार जितने ओले देखने को मिले। हालांकि इससे कोई नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें छाई रही। गौरतलब है कि इन दिनों किसानों की फसल कटकर मंडी तक पहुंच रही है। इस बीच अगर तेज बरसात आती हैतो किसानों की फसल भीगने का भय रहता है, जो फसल को खराब भी कर सकता है।
सराधना व सेंदड़ा सहि मगरा क्षेत्र में सोमवार को दोपहर तेज गर्जाना के साथ बरसात हुई। इससे गांव में कीचड़ फैल गया। दिनभर बादल छाए रहे और गर्मीसे राहत मिली। किसानों ने बरसात को फसलों के घातक बताया।
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