हो सकता है बड़ा हादसा
भरे पानी से बचने के लिए पैदल चलने वाले राहगीर हो या फिर दो पहिया वाहन चालक और साइकिल वाले, रेलवे ट्रेक पार करने को मजबूर है। यहां से रोजाना सैकड़ों लोगों की आवाजाही होती है। इसमें स्कूली बच्चे, महिलाएं व छोटे बच्चे भी होते है। रेलवे ट्रेक पार करते समय ट्रेन से कभी भी कोई बड़े हादसे की सभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। महिलाएं, पुरुषों व स्कूली बच्चों को रेलवे ट्रेक पार करते देखा गया। उन लोगों का कहना रहा कि वे ट्रेक मजबूरी में पार कर रहे है। अगर ब्रिज से होकर गुजरे तो पानी में भीग जाएंगे और यह पानी भी नाले नालियों का है, जो क्षेत्र से यहां आकर एक_ा हो रहा है।
भरे पानी से बचने के लिए पैदल चलने वाले राहगीर हो या फिर दो पहिया वाहन चालक और साइकिल वाले, रेलवे ट्रेक पार करने को मजबूर है। यहां से रोजाना सैकड़ों लोगों की आवाजाही होती है। इसमें स्कूली बच्चे, महिलाएं व छोटे बच्चे भी होते है। रेलवे ट्रेक पार करते समय ट्रेन से कभी भी कोई बड़े हादसे की सभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। महिलाएं, पुरुषों व स्कूली बच्चों को रेलवे ट्रेक पार करते देखा गया। उन लोगों का कहना रहा कि वे ट्रेक मजबूरी में पार कर रहे है। अगर ब्रिज से होकर गुजरे तो पानी में भीग जाएंगे और यह पानी भी नाले नालियों का है, जो क्षेत्र से यहां आकर एक_ा हो रहा है।
पानी निकासी के हो इंतजाम
यहां से गुजरने वालों की सुरक्षा से न तो प्रशासन को कोई सरोकार है और न ही यहां भरे पानी के निकासी के लिए कोई इंतजाम किए जा रहे है। लोगों का कहना है कि यहां पानी निकासी के लिए पाइप लगाया गया है लेकिन वर्तमान में चल रहे निर्माण कार्य के कारण पानी निकासी का पाइप दब गया है और ऐसे में पानी की निकासी नहीं हो रही। यही कारण है कि बंद पड़े अंडरब्रिज का पानी भी इस ब्रिज में भर गया है और दिनों दिन पानी बढ़ रहा है। ऐसे में लोगों का आना जाना ही मुश्किल हो रहा है। पानी निकासी के पुता इंतजाम किए जाने चाहिए।
सशर्त दी गई थी अनुमति
राष्ट्रीय रेलवे मंत्रालय के डबल्यू डीएफसी परियोजना के चल रहे कार्य के तहत रेलवे ट्रेक बिछाने के लिए ब्लॉक डालने का कार्य शुरू करने के कारण छावनी रेलवे अंडरपास को वन वे किया गया। इसकी स्वीकृति उपखंड मजिस्ट्रेट ब्यावर की ओर से परियोजना के सीनियर मैनेजर (अकाउंट एवं एडमिन) राजेश कुमार सिंह को जारी की गई है। उपखंड मजिस्ट्रेट की ओर से दी गई स्वीकृति में निर्देश दिए गए है कि कार्य के दौरान सुरक्षा के मापदंडों का ध्यान रखा जाए, ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रूप से चालू रखने की व्यवस्था की जाए, यातायात संकेत तक लगाया जाए, सुरक्षा के पूर्ण उपकरण रखे जाए, किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हो, इसका ध्यान रखा जाए, वॉलिंटियर अपने स्तर पर लगाए जाए और किसी प्रकार की कोई दुर्घटना होने पर इसकी सूचना तुरंत प्रभाव से प्रशासन को दी जाए। साथ ही कार्य के दौरान इन शर्तों का उल्लंघन करने पर स्वीकृति निरस्त करने की चेतावनी दी गई।
यहां से गुजरने वालों की सुरक्षा से न तो प्रशासन को कोई सरोकार है और न ही यहां भरे पानी के निकासी के लिए कोई इंतजाम किए जा रहे है। लोगों का कहना है कि यहां पानी निकासी के लिए पाइप लगाया गया है लेकिन वर्तमान में चल रहे निर्माण कार्य के कारण पानी निकासी का पाइप दब गया है और ऐसे में पानी की निकासी नहीं हो रही। यही कारण है कि बंद पड़े अंडरब्रिज का पानी भी इस ब्रिज में भर गया है और दिनों दिन पानी बढ़ रहा है। ऐसे में लोगों का आना जाना ही मुश्किल हो रहा है। पानी निकासी के पुता इंतजाम किए जाने चाहिए।
सशर्त दी गई थी अनुमति
राष्ट्रीय रेलवे मंत्रालय के डबल्यू डीएफसी परियोजना के चल रहे कार्य के तहत रेलवे ट्रेक बिछाने के लिए ब्लॉक डालने का कार्य शुरू करने के कारण छावनी रेलवे अंडरपास को वन वे किया गया। इसकी स्वीकृति उपखंड मजिस्ट्रेट ब्यावर की ओर से परियोजना के सीनियर मैनेजर (अकाउंट एवं एडमिन) राजेश कुमार सिंह को जारी की गई है। उपखंड मजिस्ट्रेट की ओर से दी गई स्वीकृति में निर्देश दिए गए है कि कार्य के दौरान सुरक्षा के मापदंडों का ध्यान रखा जाए, ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रूप से चालू रखने की व्यवस्था की जाए, यातायात संकेत तक लगाया जाए, सुरक्षा के पूर्ण उपकरण रखे जाए, किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हो, इसका ध्यान रखा जाए, वॉलिंटियर अपने स्तर पर लगाए जाए और किसी प्रकार की कोई दुर्घटना होने पर इसकी सूचना तुरंत प्रभाव से प्रशासन को दी जाए। साथ ही कार्य के दौरान इन शर्तों का उल्लंघन करने पर स्वीकृति निरस्त करने की चेतावनी दी गई।