बंद पड़ी दुकानों पर रखेंगे निगाह
नगर परिषद की ऐसी दुकानों पर भी नजर है। जिन्होंने दुकाने लीज पर तो ले ली लेकिन शर्तो की पालना नहीं कर रहे है। सालों से यह दुकानें बंद पड़ी है। ऐसी दुकानों को भी सूची में शामिल किया जाएगा। ताकि लाखों की लागत से बनाई गई इन दुकानों का उपयोग हो सके। जो दुकाने बंद पड़ी है। किराएदार परिषद में आकर संबंधित शाखा से सपर्क नहीं करेंगे। ऐसी दुकानों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
नगर परिषद की ऐसी दुकानों पर भी नजर है। जिन्होंने दुकाने लीज पर तो ले ली लेकिन शर्तो की पालना नहीं कर रहे है। सालों से यह दुकानें बंद पड़ी है। ऐसी दुकानों को भी सूची में शामिल किया जाएगा। ताकि लाखों की लागत से बनाई गई इन दुकानों का उपयोग हो सके। जो दुकाने बंद पड़ी है। किराएदार परिषद में आकर संबंधित शाखा से सपर्क नहीं करेंगे। ऐसी दुकानों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
किराया नहीं चुकाने वाले सूचिबद्ध
नगर परिषद की ओर से किए जा रहे सर्वे में ऐसी दुकानों को भी सूचीबद्ध किया जा रहा है। जिनका लबे समय से किराया जमा नहीं हुआ। मौके पर दुकान बंद पड़ी है एवं कोई नहीं मिल रहा है। ऐसी दुकानों पर भी कार्रवाई करने की तैयारी चल रही है।
नगर परिषद की ओर से किए जा रहे सर्वे में ऐसी दुकानों को भी सूचीबद्ध किया जा रहा है। जिनका लबे समय से किराया जमा नहीं हुआ। मौके पर दुकान बंद पड़ी है एवं कोई नहीं मिल रहा है। ऐसी दुकानों पर भी कार्रवाई करने की तैयारी चल रही है।
छह साल पहले भी हो चुका है प्रयास
करीब करीब छह साल पहले ऐसे ही सबलेट व बंद पड़ी दुकानों पर कार्रवाई को लेकर नगर परिषद प्रशासन ने शुरुआत की थी। इसमें ऐसी दुकाने भी सामने आई कि कई दुकानों बंद पड़ी है तो कुछ दुकानों के बाहर मवेशी बांधे जा रहे है। इसके अलावा कुछ दुकाने ऐसी भी सामने आई जो सालों से बंद पड़ी थी। परिषद की ओर से कार्रवाई करना शुरु किया। इसका विरोध शुरु हो गया। इसके बाद इस कार्ययोजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। बंद पड़ी दुकानों की स्थिति जस की तस बनी हुई है।
करीब करीब छह साल पहले ऐसे ही सबलेट व बंद पड़ी दुकानों पर कार्रवाई को लेकर नगर परिषद प्रशासन ने शुरुआत की थी। इसमें ऐसी दुकाने भी सामने आई कि कई दुकानों बंद पड़ी है तो कुछ दुकानों के बाहर मवेशी बांधे जा रहे है। इसके अलावा कुछ दुकाने ऐसी भी सामने आई जो सालों से बंद पड़ी थी। परिषद की ओर से कार्रवाई करना शुरु किया। इसका विरोध शुरु हो गया। इसके बाद इस कार्ययोजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। बंद पड़ी दुकानों की स्थिति जस की तस बनी हुई है।