बताना होगा कि जिले में अल्प वर्षा पर शासन ने किसानों को सूखा राहत राशि के रूप में जिले के 706 गांवों के 125408 किसानों को राहत राशि की पहली किस्त के रूप में शासन से 34 करोड़ 80 लाख रुपए दिए जाने हैं, जिसमें से अभी तक केवल 21 करोड़ 95 लाख 87 हजार 263 रुपए 42816 किसानों को बांटी गई है। अभी भी 82592 किसान को राहत राशि नहीं मिली है।
उधारी पटाने के लिए लगा रहे चक्कर इधर किसान अब गर्मी की फसल ली जा चुकी है, लेकिन इसके बाद भी उनको खरीफ फसल में अल्पवर्षा के कारण हुई फसल की भरपाई के बराबर भी सैकड़ों किसानों को सूखा राहत राशि से वंचित रह गए है। जिससे किसान सोसायटियों व फसल में लगाई खाद बीज की उधारी को पटाने के लिए सूखा राहत राशि की उम्मीद में बैंकों के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन सूखा राहत राशि खाते में नहीं आने से किसान चिंतिंत नजर आ रहे हैं।
सवा लाख किसानों मिलेगा राहत विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, जिले में 706 गांवों के 1,25,408 किसानों को सूखा राहत दी जानी है, जहां शासन बेमेतरा व साजा में सूखा राहत की 14 करोड़ की राशि बांट चुका है। लेकिन अब तक केवल आधे से ज्यादा किसानों को राहत राशि देना बाकी रह गया है। बेमेतरा ब्लॉक में 192 गांव के 43205 किसानों को 7 करोड़ की सूखा राहत राशि दिया जाना है, जिससे अभी तक 30844 किसान वंचित रह गए है।
नवागढ़ में 31 हजार किसान वंचित नवागढ़ में 188 गांव के 42928 किसानों में से अब तक 11725 किसानों को 6,91,42,407 रुपए बांटा गया है, शेष 31203 किसान राशि से वंचित हंै। साजा ब्लॉक में 113 गांव के 10321 किसानों को 7 करोड़ दिया जाना है, जिसमें 7231 किसानों को राशि बांटी जा चुकी है, वहीं 3090 किसान अब भी वंचित हैं।
बेरला में 8 हजार किसान वंचित बेरला ब्लॉक में 135 गांवों के 17535 किसानों को 7 करोड़ दिया जा चुका है, जिसमें 9325 किसान लाभांवित हुए है। इसके बाद भी 8210 किसान लाभ से वंचित रह गए हैं। थानखम्हरिया के 78 गांवों के 11419 किसानों के लिए 68000000 रुपए में 2174 किसानों को 221630 रुपए बांटा गया है, लेकिन अधिकारियों के राहत राशि को बांटने में रुचि नहीं दिखाने से अब तक 9245 किसानों को लाभ नहीं मिल पाया है।