बेमेतरा. जल संसाधन विभाग द्वारा सिंचाई, निस्तारी व जलस्तर बनाए रकने के लिए चारों ब्लॉकों में 108 छोटे जलाशयों का निर्माण किया गया है। जहां पर सिंचाई के अलावा जन उपयोग के लिए भी पानी संरक्षित रखने का प्रावधान है। लेकिन इस साल कम बारिश की वजह से अभी से ही इन जलाशयों में डेड लेवल तक का भी पानी नहीं है।
सूखने लगे पोखर, जलाशय
जिले के जलाशयों में एक फीसदी भी जलभराव नहीं है। जिले में फरवरी में ही बारिश कम होने के कारण क्षेत्र का जलस्तर लगातार गिर रहा है। हैंडपंप, कुएं व नलकूप का पानी धीरे-धीरे रसातल की ओर जाने लगा है। इसके अलावा तालाब, पोखर, जलाशय भी सूखने लगे हैं। जिसके कारण निस्तारी की समस्या हो रही है। साथ ही मवेशियों के लिए भी पानी की कमी हो रही है। जो गर्मी में होने वाले भीषण पेयजल संकट का संकेत दे रहे हैं।
न्यूनतम स्तर से भी कम जलभराव
जिले के कास्तकारी की आवश्यकता को देखते हुए बेमेतरा ब्लॉक में 36 जलाशयों, साजा में 32, नवागढ़ में 30 व बेरला में 10 जलाशयों का निर्माण जल संसाधन विभाग ने कराया था। इन जलाशयों में 1466 घनफीट जलभराव की क्षमता है। जिसमें कम से कम 165 घनफीट पानी का भराव होना है। लेकिन इस बार जलभराव न्यूनतम स्तर जितना भी नहीं है।
पर एक फीसदी जलभराव नहीं
बेमेतरा ब्लॉक में बहेरा, भोईनाभाटा, कुसमी, करही, डोक्ला सहित अन्य जलाशयों में 492 घनफीट जलभराव की क्षमता है। जिसमें से बेहतर स्थिति में 436 घनफीट का वितरण व शेष 56 घनफीट को डेड वाटर के तौर पर जन उपयोग व निस्तारी के लिए सुरक्षित रखना है, लेकिन इस साल इन जलाशयों में 0 फीसदी जलभराव भी नहीं है। खारे पानी की समस्या से ग्रसित साजा विकासखंड में जिन जलाशयों में न्यूनतम 63 घनफीट जलभराव होना था, पर एक फीसदी जलभराव नहीं है।
जिले में सबसे ड्राई इलाका नवागढ़
जिले में सबसे कम बारिश व सबसे अधिक जलस्तर गिरने को लेकर नवागढ़ की स्थिति ठीक नहीं है। जिले में सबसे अधिक ड्राई इलावा नवागढ़ को ही माना गया है। नवागढ़ में 30 जलाशय हैं, जिसमें 34 घनफीट जलभराव जरुरी है। इन 30 जलाशयों में में डेड लाइन क्षमता से भी कम पानी है। बेरला ब्लॉक में 10 जलाशय नारधी, मनियारी, बुडेरा, परपोड़ी, सिरसा, डगनिया, कोदवा व संडी में भी शून्य फीसदी जलभराव है।
मोगरा बैराज से मांगा पानी
जल संसाधन विभाग के ईई बीके सिंह बताते हैं कि जिले के जलाशयों में डेड लेवल का पानी है, इसलिए शून्य प्रतिशत पानी की स्थिति है। नदी में जलभराव के लिए मोगरा बैराज के सक्षम अधिकारी को कलक्टर के माध्यम से पानी छोडऩे के लिए पत्र लिखा गया है।