चोर दरवाजे का ताला लोहे के सब्बल से तोड़ ही रहे थे कि अचानक कुत्ते चोरों को देख भौंकने लगे। तब पास के ही राम मंदिर में 24 घंटे राम नाम संकीर्तन करने वालों ने खिड़की से झांक कर देखा, तो चोर मंदिर के दरवाजे का ताला तोडऩे का प्रयास करते दिखे। कीर्तनकारों ने इसकी सूचना राम मंदिर के मंहत विसंभर दास दी। फिर महंत ने साजा थाना प्रभारी को मोबाइल पर घटना की जानकारी दी। जिसके बाद थाना प्रभारी आरके राणा पुलिस बल के साथ महामाया मंदिर पहुंचे।
पुलिस को आते देखकर चोर मंदिर के बाउंड्री से खेत में कूद गए और खेत के ही रास्ते फरार होने में सफल हो गए। वहीं थाना प्रभारी ने रात में घटना की जानकारी मंदिर संचालन समिति के सदस्यों विजेन्द्र वर्मा, डेनिस यादव को दी। समिति सदस्यों ने मंदिर पहुंचकर पुलिस के साथ अलग-अलग स्थानों पर चोरों की खोज की पर सफलता नहीं मिली।
थाना प्रभारी रामकुमार राणा ने बताया कि सीसीटीवी की रिर्काडिंग को साइबर व क्राइम ब्रांच को दिखाकर आगे की विवेचना की जाएगी। पुलिस चोरों को पकडऩे का पूरा प्रयास कर रही है। ज्ञात हो कि पहली चोरी के समय मंदिर में सीसीटीवी कैमरा तकनीकी कारणों से बंद थी। जिसे घटना के बाद सुधार कर अन्य और स्थानों पर मंदिर की निगरानी के लिए अतिरिक्त कैमरा लगाया गया है। कैमरा की रिर्काडिंग देखने से ज्ञात हुआ है कि चोरों की संख्या 3 थी, सभी युवा थे, साथ में लोहे का सब्बल रखे थे, जिसे वे छोड़कर भागे हंै।
चोरी के आरोपी पुलिस पकड़ से बाहर
बहरहाल अंचल में लगातार धार्मिक आस्था केंद्रों देवकर का राम मंदिर, देउरगांव के महामाया मंदिर और साजा केराम मंदिर महामाया मंदिर में चोरियां हो चुकी हैं। जिसमें से देवकर, देउरगांव में चोरी के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया। परंतु महेेामाया मंदिर की पहली चोरी के आरोपी पुलिस की पकड़ से अब तक बाहर हैं। धार्मिक स्थलों में बढ़ रही चोरी की घटना से एक तरफ जहां जनता में आक्रोश है, वहीं घर व दुकान में भी चोरी होने का भय भी है।