काजल वर्मा ने बताया कि उनके पिता तुलाराम वर्मा की 30 वर्ष से मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। राजधानी रायपुर के डॉक्टरों के पास इलाज भी चल रहा है। तुलाराम की सोचने समझने की शक्ति भी क्षीण है, जिसका गलत फायदा दो लोगों ने उठाया। उन्होंने बैंक ऋण संबंधी फॉर्म पर तुलाराम वर्मा का जबरदस्ती हाथ पकड़ हस्ताक्षर करा लिया और देना बैंक बेमेतरा से उनके खाता क्रमांक 113031826 से 23 लाख रुपए निकाल लिया। घटना की जानकारी तुलाराम वर्मा ने परिजनों को दी, तब मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद से वे लोग दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
काजल वर्मा के अनुसार एक आरोपी ने निकाली गई राशि वापस बैंक में जमा कराने तुलाराम वर्मा से दो बार समय लिया, लेकिन राशि खाते में जमा नहीं की गई। उन्होंने बताया कि इतनी बड़ी राशि कर्ज के तौर पर बैंक से निकाली गई है तो बैंक वसूली के लिए उनकी संपत्ति को नीलाम कर सकता है। हकीकत यह है कि हमने यह राशि नहीं निकाली। इसके अलावा आरोपियों ने उनकी जमीन की ऋण पुस्तिका और चेक बुक को अपने कब्जे में रखा है। जिसे उनसे लगातार मांगा जा रहा है, लेकिन आरोपी एक स्टाम्प पर हस्ताक्षर कराने दबाव बना रहा है। साथ ही ऐसी-ऐसी बात लिखने कहा जा रहा है, जिससे वे दोषी नहीं ठहराए जा सकेंगे।
अब काजल वर्मा ने मामले में कृषि मंत्री रविंद्र चौबे से भी शिकायत कर न्याय दिलाने की गुहार लगाने की बात कही है। इस संबंध में बेमेतरा एसपी प्रशांत ठाकुर ने कहा कि प्रकरण में प्रार्थियों को न्यायलयीन मामला होने की सूचना दी गई है। वहीं थानखम्हरिया थाना प्रभारी लक्ष्मीकांत सेन ने कहा कि प्रकरण को लेकर पूर्व में शिकायत की गई थी, जिसमें शिकायत गलत पाई गई थी। इसकी सूचना आवेदक को दी गई थी। आवेदक को न्यायालय में जाने धारा 155 के तहत नोटिस दिया गया है।