सरपंच ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत ग्राम बेरा में करीब 235 शौचालयों का निर्माण हुआ है। इनमें से 180 शौचालयों का निर्माण पंचायत व 53 शौचालयों का निर्माण हितग्राहियों ने कराया है। जिला पंचायत में 203 शौचालयों का 25 लाख रुपए भुगतान लंबित है। भुगतान को लेकर पंचायत कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। इस संबंध में संबंधित हितग्राहियों को बार-बार अवगत कराने के बावजूद, समझने कों तैयार नहीं है। सरपंच के अनुसार स्वयं से निर्माण कराए 13 हितग्राहियों की प्रोत्साहन राशि बकाया है।
सरपंच ने बताया कि ग्रामीणों ने भुगतान को लेकर जनचौपाल में शिकायत की थी। इसलिए भुगतान की जानकारी लेने सोमवार को जिला पंचायत में अधिकारियों से मुलाकात करने गए थे। इस दौरान हितग्राही डोमन वर्मा शाम करीब 4.30 बजे जिला पंचायत कार्यालय पहुंचा और भुगतान को लेकर विवाद करने लगा। बार-बार समझाने के बावजूद हितग्राही मारपीट करने के साथ गाली-गलौज करने लगा। उसके विपरीत हितग्राही ने सरपंच पर मारपीट के आरोप लगाए हैं। इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ प्रकाश सर्वे ने कहा कि शौचालय प्रोत्साहन राशि नहीं मिलने को लेकर बेरा के ग्रामीणों की शिकायत मिली है, मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।
केन्द्र सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत हर गांव को खुले में शौच मुक्त करने करोड़ो रुपए खर्च किए। प्रत्येक शौचालय के लिए सरकार ने हितग्राही को 12-12 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया। शासन की ओर से उपयोगिता प्रमाण पत्र कार्यालय में जमा होने के बाद पंचायतों को प्रोत्साहन राशि जारी की गई, लेकिन अभी भी हजारों हितग्राही प्रोत्साहन राशि के लिए पंचायत व संबंधित कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं। जिले में दर्जनों सरपंच पर प्रोत्साहन राशि गबन के आरोप लगे है। इनकी जांच जारी है।