नाबालिगों की फोटो सभी थानों में भेजी गई। इसके बाद इन लड़कियों के सिमगा होते हुए रायपुर जाने की सूचना मिली। पुलिस टीम रायपुर रवाना हुई। जहां मशक्कत के बाद तीन आरोपियों के पास से नाबालिगों को बरामद कर लिया गया, इसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली।
जिस मोहल्ले से लड़कियां गायब हुई थी, उस मोहल्ले के कुछ लड़कों का अपराधिक रिकॉर्ड था। पुलिस ने उन्हें मामले में संदिग्ध मानते हुए उनके बारे में जानकारी ली। ये लड़के घर पर नहीं मिले। इसके बाद पुलिस ने इन कडिय़ों को जोड़ते हुए उनकी संलिप्तता मानी और पतासाजी की। पता चला कि ये लोग रायपुर के एक घर में छिपे हैं। जहां पुलिस टीम ने दबिश दी और तीन आरोपियों के साथ गुमशुदा चारों लड़कियों को बरामद कर लिया।
बुधवार सुबह स्कूल जाने निकली। इस दिन स्कूल में साइकिल वितरण किया जाना था। चारों के स्कूल नहीं आने पर शिक्षकों ने शाम 4 बजे परिजन को फोन किया और उनके नहीं आने का कारण पूछा। यह सुनकर परिजन अवाक रह गए। इसके बाद परिजन अपने स्तर पर उनकी तलाश में जुट गए। रिश्तेदारों के यहां जानकारी ली। कोई जानकारी नहीं मिली, तब थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
आरोपियों ने चारों लड़कियों को फिल्मी स्टाइल में सब्जबाग दिखाए। उनके नाबालिग होने का फायदा उठाया। बहला-फुसला कर घर से भाग जाने पर मजबूर किया। पुलिस ने मामले की गंभीरता और युवकों के अपराधिक रिकॉर्ड को देखते हुए उनके खिलाफ ठोसी कानूनी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है।