गोदाम में ठूंस-ठूंसकर रखी गई हैं दवाइयां बताना होगा कि जिला अस्पताल परिसर में किचन शेड से लगे पांच गोदामों व कमरों में ठूंस-ठूंसकर दवाइयों को रखा गया है, जिसमें लाखों रुपए की दवाई खराब हो चुकी है, वहीं कई दवाई खराब होने की स्थिति में है। बगैर मंाग किए दवाओं की खरीदी किए जाने के बाद वितरण को लेकर बरती गई लापरवाही के कारण जरूरतमंद लोगों तक आवश्यक दवाई पहुंचे बिना ही खराब होने लगी।
प्रशासन के रूख को देख थर्रारा विभाग बताना होगा कि जिला अस्पताल के पंाच कक्षों में रखी गई जिला अस्पताल व स्वास्थ्य विभाग की दवाइयों के खराब होने की खबर पत्रिका में प्रकाशित होने के बाद से जिला प्रशासन के कड़े रुख को देखते हुए जिम्मेदारों ने जिले के चारों विकासखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ग्लुकोज व अन्य दवाइयों को भेजना शुरू कर दिया है। गुरुवार को साजा, बेरला व खंडसरा के लिए दवाओं की सप्लाई की गई।
जब खरीदे तब वितरण करना था सिविल सर्जन डॉ एसके पाल ने बताया कि जिस तरह से जिम्मेदार स्टोर कीपर ने दवाइयों की बेधड़क खरीदी की और उसके बाद भी वितरण नहीं किया, वह संदेह के दायरे में है। फिलहाल, दवाइयों का वितरण किया जा रहा है। इसमें एक-एक का हिसाब रखना होगा। इसके बाद स्टॅाक रजिस्टर व अन्य दस्तावेजों को खंगाला जाएगा, फिर लारपवाही बरतने वाले पर कार्रवाई तय की जाएगी। वहीं उन्होंने बताया कि ओवर स्टॉक की स्थिति थी, जिसे जिले के दीगर अस्पतालों में वितरित किया जा रहा है। दवाइयां जिला अस्पताल और स्वास्थ्य विभाग दोनों की है।