जिला हॉस्पिटल में मदद के लिए संचालित सहायता केन्द्र में दोपहर की पाली में ड्यूटीरत जवान नदारद थे। पूर्व में भी दोपहर पाली में रहने वाले पुलिस कर्मी के नदारद रहने की शिकायत सामने आ चुकी है। जिसके कारण समय पर पुलिस प्रक्रिया प्रभावित होती रही है। हादसे की खबर लगते ही डिप्टी कलक्टर आरपी अचला, साजा तहसीलदार प्रवीण तिवारी, नयाब तहसीलदार मारावी हॉस्पिटल पहुंचे। जहां उपचार की जानकारी लेते रहे। मामले में पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।
दो बार पलटते-पलटते बची थी बस
यात्री रामसहाय कौशिक एवं बुधिया बाई कौशिक ने बताया कि बस चालक नशे में था, जिसकी लापरवाही से बस पलटी। हादसे के पूर्व रास्ते में दो बार बस पलटते-पलटते बची। इस पर यात्रियों ने बस चालक पर जमकर भड़के भी थे। इसके बाद सिमगा पार करने के बाद कठिया मोड़ पर तेज रफ्तार बस का संतुलन बिगड़ा और पलट गई। कठिया मोड़ खतरनाक है। यहां पर बस को धीमी गति से चलाने पर हादसा नहीं होता। ड्राइवर के नशे में होने के कारण वह मोड़ पर बस नहीं संभाल पाया।
बस पलटने के बाद भी चालू था इंजन
घायलों ने बताया कि बस पलटने के बाद भी उसका इंजन चालू था। एक तरफ लोग यात्रियों को बाहर निकालने का प्रयास कर रहे थे तो दूसरी ओर इंजन चालू होने से बड़े हादसे की आशंका थी। इसके बाद सामने का कांच तोड़ कर इंजन बंद किया, तब लोगों ने राहत की सांस ली। फिर यात्रियों को जल्दी-जल्दी बाहर निकाला गया। हादसे के बाद से यात्री डरे हुए थे। बस से बाहर निकलते हुए वे अपने-अपने साथियों को ढूंढते रहे। एक-दूसरे को सही सलामत देखने के बाद ही यात्रियों के जान में जान आई।