कार्रवाई के दौरान आरोपी राजू पारधी की पत्नी बुधकुंवर की निशानदेही पर मौके से 2 किलो गंाजा बारामद किया गया। बताया गया कि बुधकुंवर द्वारा भी गांजा बेचने का कारोबार किया जाता है। सूचना पर अमल कर पहले शराब जब्ती की कार्रवाई की गई। जिसके बाद पुलिस टीम ने मकान की तलाशी ली, जिसमें कोने में एक प्लास्टिक बोरी के अंदर रखा दो पैकेट गांजा मिला। जिसकी पहचान कर वजन कराया गया। जिसमें जब्त गांजा 2 किलो निकला, जिसे बरामद किया गया। जब्त गांजा की कीमत 24 हजार रुपए का होना पाया गया है।
जिले में कोरोना काल के दौरान अलग-अलग थानों में कार्रवाई के दौरान लाखों रुपए की अवैध शराब पकड़ी गई है। जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र में शराब पकड़ाई है। जिसमें एमपी की शराब भी शामिल है। लेकिन अंतरराज्यीय अवैध शराब गिरोह को पकडऩे के लिए आबकारी विभाग की बड़ी कार्रवाई सामने नहीं आई है। जिसे देखते हुए जिम्मेदार विभाग को अपने विभाग के राजस्व को नुकसान पहुंचाने वालों पर कार्रवाई के मामले में कमजोर माना जा रहा है। प्रकरण में राजू पारधी पर आबकारी एक्ट व बुधकुंवर पर नारकोटिक्स एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर न्यायलय में पेश किया गया है। कार्रवाई में बेरला थाना प्रभारी टीआर कोसिमा, सउनि डीएल सोना, प्रधान आरक्षक दिनेश मंडावी, दुष्यंत ठाकुर आदि शामिल थे।