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बेमेतरा

सरस्वती साइकिल की बाट जोह रहीं छह हजार बालिकाएं

शिक्षा सत्र के पांच महीने बीत जाने बाद भी जिले के सरकारी स्कूलों में अध्ययरत हजारों बेटियां साइकिल से वंचित हैं। 6 हजार बालिकाओं को वितरण किया जाना बा

बेमेतराSep 15, 2017 / 09:30 am

Satya Narayan Shukla

school

Saraswati Cycle for distribution

बेमेतरा. शिक्षा सत्र के पांच महीने बीत जाने बाद भी जिले के सरकारी स्कूलों में अध्ययरत हजारों बेटियां साइकिल से वंचित हैं। कक्षा आठवीं पास कर 9वीं में प्रवेश किए जिले की 6 हजार बालिकाओं को साइकिल वितरण किया जाना बाकी है।
औचित्यहीन साबित हो रही योजना

ज्ञात हो कि राज्य सरकार द्वारा सरस्वती साइकिल योजना के तहत सरकारी स्कूलों में अध्ययरत एससी, एसटी, ओबीसी व जनरल (बीपीएल श्रेणी में शामिल) छात्राओं को नि:शुल्क साइकिल का वितरण किया जाता है। बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने राज्य सरकार के द्वारा यह योजना शुरू की गई, लेकिन समय पर हितग्राहियों को साइकिल नहीं मिलने व खरीदी में भ्रष्टाचार की वजह से योजना औचित्यहीन साबित हो रही है। जहां गुणवत्ताहीन साइकिल वितरण के कुछ ही दिनों में ही जवाब देने लगी है। नवागढ़ ब्लॉक में वितरण के दौरान ऐसी स्थिति निर्मित होने पर कलक्टर कार्तिकेया गोयल के निर्देश पर पूरे जिले में साइकिल वितरण पर रोक लगा दी गई।
सबसे ज्यादा नवागढ़ में करना है वितरित
इस वर्ष कक्षा 9 वीं मे अध्ययरत जिले की 6 हजार बालिकाओं को साइकिल का वितरण किया जाएगा। जिसमें सबसे अधिक नवागढ़ ब्लॉक में 1813 साइकिल बांटा जाना है। इसी प्रकार बेमेतरा ब्लॉक में 1676, साजा में 1174 एवं बेरला ब्लॉक में 1337 साइकिल का वितरण होगा। हितग्राहियों में 1807 एससी बालिका, 419 एसटी, 3559 ओबीसी व जनरल केटेगरी की 151 बालिकाओं को साइकिल बांटी जाएगी। गौरतलब हो कि नवागढ़ ब्लॉक में 740 बालिकाओं को साइकिल का वितरण किया जा चुका है, लेकिन बेमेतरा, साजा व बेरला ब्लॉक की बालिकाओं को अब तक साइकिल वितरण शुरू नहीं हो पाया है।
मानकों पर खरी नहीं उतरी साइकिल
नवागढ़ ब्लॉक के स्कूलों में साइकिल का वितरण शुरू होते ही गुणवत्ता पर सवाल खड़े होने शुरू हो गए थे, जहां साइकिल निर्धारित वजन से हल्की होने के साथ वितरण के चंद दिनों में ही जवाब देने लगी। मामले की शिकायत कलक्टर कार्तिकेया गोयल के पास पहुंचने पर उन्होंने सीईओ जिला पंचायत एस आलोक को जांच अधिकारी नियुक्त किया। जिन्होंने जांच में गुणवत्ताहीन साइकिल की सप्लाई किया जाना पाया। जिसके बाद कलक्टर के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी ने साइकिल वितरण पर रोक लगा दी है। वहीं लुधियाना के निर्माता कंपनी को शिक्षा विभाग ने पत्र लिखकर आगामी आदेश तक साइकिल की सप्लाई नहीं करने निर्देश दिए हैं।
पैदल आना पड़ रहा स्कूल
शहर के कोबिया वार्ड निवासी कक्षा 9वीं की छात्रा ममता यादव के अनुसार योजना के अंतर्गत सत्र शुरू होने के कुछ दिनों बाद साइकिल मिलने की उम्मीद थी, लेकिन अब तक नहीं मिली है। छात्रा ने बताया कि घर से कन्या हाईस्कूल बेमेतरा की दूरी 3 किमी है। साइकिल नहीं होने की वजह से पैदल व कभी-कभार सहेलियों से लिफ्ट लेकर स्कूल आना पड़ रहा है। इससे ज्यादा समय लगने के साथ पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। इसी प्रकार ग्राम कंतेली, ओटेबंद, पिकरी, मोहभ_ा, सिरवाबांधा सहित आसपास के दर्जन भर गांव की छात्राओं ने साइकिल नहीं होने से अपनी परेशानियां बताई।
गुणवत्ता की मिली थी शिकायत
डीईओ एके भार्गव ने बताया कि नवागढ़ ब्लॉक में बालिकाओं को बांटी गई साइकिल में गुणवत्ता को लेकर शिकायत मिली थी। जांच अधिकारी सीईओ जिला पंचायत द्वारा जांच रिपोर्ट कलक्टर को सौपे जाने के बाद उनके निर्देश पर साइकिल वितरण पर रोक लगा दी गई है। कलक्टर के आदेश के बाद ही निर्माता कंपनी को साइकिल सप्लाई का आर्डर दिया जाएगा।

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